नई दिल्ली: अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांच युवकों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने शनिवार को भारतीय सेना को लौटा दिया है। सेना ने सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद आज किबिटू में इन व्यक्तियों (अरुणाचल प्रदेश से लापता) को ले लिया। इन सभी को कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत 14 दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा और इसके बाद इन्हें परिवार के सदस्यों को सौंप दिया जाएगा। इस बात की जानकारी तेजपुर डिफेंस के जनसंपर्क अधिकारी ने दी।
पीएलए ने मंगलवार को कहा था कि चार सितंबर को अपर सुबनसिरी जिले में भारत-चीन सीमा से लापता हुए पांच युवक उन्हें सीमापार मिले थे। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट किया था, ‘चीन की पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि वह अरुणाचल प्रदेश के युवकों को हमें सौंप देंगे। उन्हें 12 सितंबर को किसी भी समय एक निर्दिष्ट स्थान पर सौंपा जा सकता है।’
China to handover the five Indian nationals missing from Arunachal Pradesh tomorrow.
According to army sources, the handover will take place at Wacha near Kibithu border personnel meeting point
(Pic source: PRO Defence, Tezpur) pic.twitter.com/qLltuRwBex
— ANI (@ANI) September 11, 2020
यह घटना तब सामने आई थी जब एक समूह के दो सदस्य जंगल में शिकार के लिए गए थे। लौटने पर उन्होंने उक्त पांच युवकों के परिवार वालों को जानकारी दी थी कि युवकों को सेना के गश्ती क्षेत्र सेरा-7 से चीनी सैनिक ले गए हैं। यह स्थान नाचो से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित है।
मैकमोहन रेखा पर स्थित नाचो अंतिम प्रशासनिक क्षेत्र है और यह दापोरीजो जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूर है। चीनी सेना द्वारा कथित तौर पर अगवा किए गए युवकों की पहचान तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंगतु एबिया, तनु बाकर और नगरु दिरी के रूप में हुई थी।