रमजान का महीना गाजा के लिए अच्छी खबर लेकर आया है. दरअसल गाजा में युद्ध विराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पारित हो गया है. वहीं, अमेरिका की ओर से इस प्रस्ताव पर मतदान नहीं किया. युद्ध विराम के पक्ष में 14 वोट पड़े हैं. यूएनएससी के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि इस प्रस्ताव को अवश्य ही लागू किया जाना चाहिए. उन्होंने तत्काल लड़ाई रोकने की मांग की है. बता दें, इजराइल के हमलों से गाजा की हालत बद से बदतर हो गई है. वहीं रह रहे लोगों के पास न तो घर बचा है और ही खाना.
अमेरिकी ने बनाई मतदान से दूरी
गौरतलब है कि इजराइल और हमास के बीच बीते करीब छह महीने से युद्ध हो रहा है. इजराइल के हमलों से गाजा में हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने रमजान महीने के दौरान गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग करने वाले एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है. वहीं अमेरिका इस मतदान से दूर रहा. मतदान के दौरान अमेरिका वहीं मौजूद नहीं था. आज यानी सोमवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अहम बैठक में शामिल 15 सदस्यों में से 14 ने तत्काल युद्धविराम के प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया.
नेतन्याहू ने उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की अमेरिका यात्रा रद्द की
इधर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की वोटिंग में अमेरिका की अनुपस्थिति से इजराइल नाराज है. विरोध दर्ज करते हुए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल की वाशिंगटन यात्रा रद्द कर दी है. गौरतलब है कि अमेरिका की ओर से अपनी वीटो पावर का उपयोग न करने और इसके बजाय अनुपस्थित रहने के फैसले से इजराइल नाराज है. पीएम नेतन्याहू ने ऐसे संघर्षविराम प्रस्ताव का विरोध नहीं करने को लेकर अमेरिका के प्रति नाखुशी जताई, जिसमें हमास की ओर से बंधक बनाए गए इजराइली नागरिकों की रिहाई की शर्त शामिल नहीं है. इजराइल ने अमेरिका पर अपने सैद्धांतिक रुख से पीछे हटने का आरोप लगाया है.
यूएनएससी के महासचिव बोले- जल्द लागू हो प्रस्ताव
इसी कड़ी में यूएनएससी के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्त करते हुए लिखा कि सुरक्षा परिषद ने गाजा में एक लंबे समय से प्रतीक्षित प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें तत्काल युद्धविराम और सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की गई थी. उन्होंने कहा कि इस प्रस्ताव को जल्द लागू किया जाना चाहिए. विफलता माफी योग्य नहीं होगी.
क्या है सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव
बता दें, इजराइल गाजा युद्ध छिड़ने के बाद यह पहला मौका है जब सुरक्षा परिषद ने खुले तौर पर तत्काल संघर्ष विराम का आह्वान किया है. प्रस्ताव के तहत मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान के दौरान एक महीने के लिए तत्काल संघर्ष विराम की मांग की गई है. वहीं प्रस्ताव में सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई का भी आह्वान किया गया है. बता दें, गाजा के आतंकी संगठन हमास ने सात अक्टूबर 2023 को अचानक से इजराइल पर आतंकी हमला किया था, जिसमें दर्जनों इजराइली नागरिक मारे गये थे, साथ ही हमास के लड़ाकों ने सैकड़ों इजराइली नागरिकों को बंदी बना लिया था. इसके बाद से ही इजराइल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया था. भाषा इनपुट के साथ