पाकिस्तान के आम चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिली है. खंडित जनादेश सामने आने के बाद राजनीतिक पार्टियों ने रविवार को गठबंधन सरकार के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए. चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने शानदार प्रदर्शन किया. हालांकि परिणाम सामने आने के बाद इमरान को तगड़ा झटका भी लगा है. लाहौर के एनए-121 निर्वाचन क्षेत्र में विजयी हुए वसीम कादिर ने इमरान का साथ छोड़ दिया और नवाज शरीफ की पार्टी में शामिल हो गए.
वसीम कादिर लाहौर के एनए-121 निर्वाचन क्षेत्र से हुए विजयी
लाहौर के एनए-121 निर्वाचन क्षेत्र में विजयी हुए इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ( पीटीआई ) द्वारा समर्थित उम्मीदवार वसीम कादिर आधिकारिक तौर पर नवाज शरीफ की पार्टी में शामिल हो गए हैं. जियो न्यूज के अनुसार पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) पार्टी ने एक वीडियो जारी किया और कादिर के पार्टी में शामिल होने की पुष्टि की. वीडियो में कादिर पीएमएल-एन के उपाध्यक्ष मरियम नवाज के साथ खड़े दिख रहे हैं. मालूम हो कादिर ने पीएमएल-एन के शेख रोहेले असगर को हराकर एनए-121 से जीत दर्ज किया.
पाकिस्तान चुनाव के परिणाम इस प्रकार रहे
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने 101 सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं तीन बार के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) 75 सीट जीतकर संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. बिलावल जरदारी भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को 54 सीट मिलीं, जबकि विभाजन के दौरान भारत से आए उर्दू भाषी लोगों की मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) को 17 सीट मिली हैं. बाकी 12 सीट पर अन्य छोटे दलों ने जीत दर्ज की है. पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में 266 सीट पर प्रत्यक्ष मतदान से प्रतिनिधियों का चुनाव होता है. इनमें से 265 सीट पर चुनाव कराया गया था. पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) ने इनमें से 264 सीट के नतीजे घोषित कर दिए हैं.
पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए 133 सदस्यों के समर्थन की जरूरत
पाकिस्तान में सरकार बनाने के लिए किसी पार्टी को प्रत्यक्ष मतदान से निर्वाचित 133 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी. कुल मिलाकर, साधारण बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है, जिसमें महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए सुरक्षित सीट भी शामिल हैं.
नवाज शरीफ ने गठबंधन सरकार बनाने का किया आह्वान
स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने गठबंधन सरकार बनाने का आह्वान किया. पीएमएल-एन प्रमुख शरीफ ने अपने छोटे भाई एवं पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को दलों से बातचीत करने का जिम्मा सौंपा है, जिन्होंने पीपीपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की है. पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज ने पीपीपी के वरिष्ठ नेता आसिफ अली जरदारी से शनिवार को और बिलावल भुट्टो जरदारी से शुक्रवार रात मुलाकात की और भविष्य के गठबंधन पर चर्चा की. इस बीच, 35 वर्षीय पूर्व विदेश मंत्री बिलावल ने कहा कि उनकी पार्टी के समर्थन के बिना कोई भी केंद्र, पंजाब या बलूचिस्तान में सरकार नहीं बना सकता है और पीपीपी के दरवाजे बातचीत के लिए हर राजनीतिक दल के लिए खुले हैं.