World Thyroid Day 2023: तो क्या मोबाइल का रेडिएशन बढ़ा रहा थायराइड, रिसर्च में कही गई ये बात

World Thyroid Day 2023: हर साल 25 मई को विश्व थायराइड दिवस मनाया जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, दुनियाभर में 10 में से 1 व्यक्ति थायराइड विकार के किसी न किसी रूप से पीड़ित है.

जानिए क्या है थायराइड

थायराइड कोई बीमारी नहीं बल्कि गले में ही उपस्थित एक ग्रंथि है, जो तितली के आकार की होती है. जो गर्दन के चारों ओर T3 (थायरोक्सिन) और T4 (ट्राईआयोडोथायरोनिन) का उत्पादन करती है, और हार्मोन साइराइड ग्रंथि जो थायराइड-उत्तेजक हार्मोन नामक हार्मोन का उत्पादन करती है. इसमें होने वाले रोग दुनियाभर में मधुमेह के बाद दूसरे स्थान पर हैं.

कैसे हुई विश्व थायराइड दिवस मनाने की शुरुआत

इस दिन की शुरुआत 2008 में यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन (ETA) और अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन (ATA) के नेतृत्व में एक अभियान के हिस्से के रूप में की गई थी, जिसके बाद इसे लैटिन अमेरिकन थायराइड सोसाइटी (LATS) और एशिया ओशिनिया थायराइड एसोसिएशन (LATS) के साथ मनाया गया.

थायराइड किन चीजों को करता है प्रभावित

थायराइड विकार मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा के स्तर, वजन, हृदय, प्रजनन क्षमता, मनोदशा और संज्ञानात्मक कार्य को प्रभावित कर सकते हैं. अगर जल्दी थायराइड के रोगों का इलाज नहीं किया जाए तो ये हृदय रोग, ऑस्टियोपोरोसिस और बांझपन का कारण भी बन सकते हैं.

थायराइड को लेकर रिसर्च से सामने आई ये बात

मोबाइल फोन आज हर किसी की जरूरत बन गई है. आपको बता दें रिसर्च में ये बात सामने आई कि इसके रेडिएशन से न सिर्फ थायराइड का स्तर चार गुना तक बढ़ गया बल्कि ग्लैंड पर भी इसका असर दिखता है. यह शोध इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च इन हेल्थ साइंस में प्रकाशित हुआ है. इस रिसर्च को चूहों पर करके देखा गया.

चूहों को दिया गया मोबाइल फोन का एक्स्पोजर

एनाटॉमी विभाग की शिक्षिका रहीं डॉ. शालिनी गुप्ता और फार्माकोलॉजी के शिक्षक डॉ. आरपी यादव के इस रिसर्च के लिए 62 स्वस्थ चूहों को दो समूहों में बांटा गया. इसके बाद इन्हें रखने के लिए मेडिकल कॉलेज के एनिमल हसबेंडरी में स्पेशल सेल बनाया गया. सेल के एक हिस्से में कंट्रोल ग्रुप के 31 चूहे रखे गए. जबकि प्रयोग वाले ग्रुप में रखे गए चूहों के बॉक्स के अंदर कीपैड मोबाइल रखा गया. रोजाना तीन घंटे चूहों को मोबाइल फोन का एक्स्पोजर दिया गया.

टीएसएच बढ़कर चार गुना तक पहुंच गया

रेडिएशन का कोई भी असर चूहों पर नहीं दिखा. इसके अलावा थायराइड ग्लैंड में भी खास परिवर्तन नहीं देखा गया. बाद में दूसरे महीने से जांच के परिणाम में टीएसएच में उछाल मिला, जबकि टी-थ्री की मात्रा घट गई. तीसरे महीने में टीएसएच बढ़कर चार गुना तक पहुंच गया.वहीं टी-थ्री की मात्रा आधी रह गई.

बाद में इस रिसर्च के दौरान हर महीने 10 चूहों की सर्जरी कर उनके थायराइड ग्लैंड की भी जांच की गई.दूसरे महीने से थायराइड ग्लैंड के अंदर मौजूद कोलायड में परिवर्तन दिखा.उसका आकार तेजी से बढ़ा मिला.कोलायड शरीर में हार्मोन संतुलन के लिए थायरोक्सिन (TSH ) का स्राव करता है.

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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