स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी 2023 के आखिर तक पाकिस्तान का कुल ऋण स्टॉक (Debt Stock) बढ़कर 55 ट्रिलियन रुपए हो गया। 30 जून 2022 तक यह 47.78 ट्रिलियन रुपए था। पाकिस्तान के वर्तमान वित्तीय वर्ष के पहले सात महीनों के दौरान यह 15 प्रतिशत की वृद्धि है। पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज दिसंबर 2022 में 17.879 ट्रिलियन रुपए से बढ़कर जनवरी 2023 तक 20.686 ट्रिलियन रुपए हो गया।
‘IMF के साथ मिलकर काम करे पाकिस्तान’
अमेरिका पाकिस्तान से अर्थव्यवस्था और कारोबारी माहौल में सुधार के लिए आईएमएफ के साथ ‘मिलकर काम करने’ के लिए कह रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि हम पाकिस्तान को आईएमएफ के साथ काम करना जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। पाकिस्तान के फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) की एक अधिसूचना के अनुसार, पाकिस्तानी सरकार ने गुरुवार से प्रभावी रूप से चुनिंदा आयातित लक्जरी वस्तुओं की श्रेणियों पर बिक्री कर (सेल्स टैक्स) बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया है।
Pakistan Financial Crisis: पाकिस्तानी PM को मौलाना ने ललकारा, दिया 72 घंटे का अल्टीमेटम
पाकिस्तान में बढ़ा टैक्स का बोझ
न्यूज एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कथित तौर पर यह फैसला इसलिए लिया गया है क्योंकि आईएमएफ पाकिस्तानी सरकार से अधिक टैक्स लगाकर अपना राजस्व जनरेट करने का आग्रह कर रहा है। एफबीआर ने पानी और जूस, कन्फेक्शनरी और वाहनों सहित आयातित सामानों की 36 श्रेणियों पर बिक्री कर 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत कर दिया है। पाकिस्तान सरकार का यह फैसला महंगाई से जूझ रही जनता पर बोझ और अधिक बढ़ाएगा।