इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने आतंकवाद और जिहाद का जो गड्ढा खोदा था, आज वह खुद उसी में फंस गया है। पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने खुद स्वीकार किया है कि मुजाहिदीन को तैयार करना और उनके साथ युद्ध में जाना एक सामूहिक गलती थी। नेशनल असेंबली में उन्होंने कहा कि हमें मुजाहिदीन बनाने की जरूरत नहीं थी। हमने मुजाहिदीन तैयार किए और फिर वे आतंकवादी बन गए। पाकिस्तान लंबे समय से दुनिया के कुछ सबसे खूंखार आतंकवादियों का पनहगार रहा है। नतीजतन अब उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है क्योंकि देश में आतंकी हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
पाकिस्तानी मंत्री ने कहा कि हम अफगानिस्तान में सुधार चाहते हैं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान में शांति एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। पेशावर हमले की निंदा करते हुए पाक पीएम शहबाज शरीफ ने मंगलवार को सभी ‘राजनीतिक ताकतों’ से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की। सोमवार को पेशावर की एक मस्जिद में आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें 100 लोगों की मौत हो गई थी और घायलों की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी। मरने वालों में बड़ी संख्या पुलिसवालों और सैनिकों की थी।