सऊदी एजेंसी ने गुरुवार को कहा कि किंग सलमान ने शी जिनपिंग को चीन और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक रिश्ते तथा रणनीतिक भागीदारी को मजबूत करने के लिए आमंत्रित किया है। बयान में कहा गया है कि चीन-अरब शिखर बैठक में सभी क्षेत्रों में संयुक्त रिश्ते को बढ़ाया जाएगा और आर्थिक तथा विकास से जुड़े सहयोग पर चर्चा की जाएगी। वहीं सऊदी अरब के विदेश राज्य मंत्री अदेल अल जुबैर ने कहा कि व्यापार और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दे को शी जिनपिंग की यात्रा के दौरान शीर्ष प्राथमिकता दी जाएगी।
चीनी राष्ट्रपति की यह यात्रा इस लिहाज से अहम है कि वह कोरोना महामारी के यह तीसरी विदेश यात्रा पर जा रहे हैं। जिनपिंग की यह सऊदी अरब यात्रा ऐसे समय पर हो रही है जब अमेरिका के साथ ओपेक की तेल की कीमतों को लेकर उसका तनाव काफी बढ़ा हुआ है। सऊदी अरब जहां सबसे बड़ा तेल निर्यातक देश है, वहीं चीन सबसे आयातक देश है। वहीं अल जुबैर ने चीनी राष्ट्रपति की यात्रा को कमतर करके दिखाने की कोशिश की और कहा कि दोनों नेताओं के बीच यह बैठक स्वाभाविक है क्योंकि चीन सऊदी अरब का सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी देश है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह यात्रा अमेरिका को सीधा संदेश है। उन्होंने कहा कि सऊदी अरब और चीन दोनों ही देश भूराजनीति को महत्व दे रहे हैं। दोनों ही देश यह दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके पास पश्चिमी देशों का विकल्प मौजूद है। चीन यह कह सकता है कि अमेरिका हमें दबाने की कोशिश कर रहा है लेकिन हमारे साथ अन्य शक्तिशाली शक्तियां हैं। वहीं सऊदी अरब भी कह सकता है कि हमारे पास विकल्प हैं और हम आप पर निर्भर नहीं हैं।