सनद रहे कि लॉन्ग मार्च को रद्द करने और विधानसभाओं से इस्तीफे की घोषणा इमरान ने ले. जनरल असीम मुनीर के पाकिस्तानी सेना के नए प्रमुख बनने के दो दिन बाद ही की है। जाहिर है कि इमरान ने न चाहते हुए भी स्वीकार कर लिया है कि पाकिस्तान में चुनाव अब नौ महीने बाद यानी अपने निर्धारित समय पर ही होंगे। लॉन्ग मार्च को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि वह अपने मुख्यमंत्रियों और संसदीय दल से मुलाकात करेंगे और जल्द इसकी घोषणा करेंगे कि उनकी पार्टी विधानसभाओं को कब छोड़ेगी।
‘लास्ट बॉल तक लड़ने का इतिहास’
इससे पहले रावलपिंडी में भारी भीड़ के सामने इमरान ने दावा किया कि उनकी पार्टी चुनाव या राजनीति के लिए रावलपिंडी नहीं आई थी। उन्होंने कहा कि देश को नए सिरे से चुनावों की जरूरत है और उन्हें इसकी परवाह नहीं है कि ये नौ महीने बाद होंगे क्योंकि जीत उनकी पार्टी की ही होगी। अपने संबोधन में इमरान ने कहा कि इतिहास गवाह है कि वह पाकिस्तान के लिए लास्ट बॉल तक लड़ते रहे।
इमरान का दावा- वजीराबाद में थे तीन शूटर
इमरान खान ने कहा, ‘मैं कहना चाहता हूं कि जिन्होंने अपनी संपत्ति में भारी इजाफा किया है और देश के अधिकारों को रौंदा है, इतिहास भी उनकी तरफ देख रहा है और लिख रहा है कि उन्होंने देश के साथ क्या किया।’ उन्होंने दावा किया कि वजीराबाद में तीन शूटरों ने उनकी हत्या का प्रयास किया था। इमरान ने कहा कि अपने ऊपर हुए हमले के बाद उन्होंने मौत को करीब से देखा है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जब मैं नीचे गिरा तो मुझे पता था कि अल्लाह ने मुझे बचा लिया है।’
‘मैंने चोर कहा इसलिए अपमानित कर रही सरकार’
आक्रोशित भीड़ को संबोधित करते हुए इमरान ने स्वीकार किया कि उनके लिए एक घायल पैर से चलना मुश्किल है। पूर्व पाक पीएम ने कहा कि जब वह लाहौर से बाहर निकल रहे थे तो उन्हें घायल पैर और जान के खतरे की वजह से ऐसा न करने की सलाह दी गई थी। पीटीआई प्रमुख ने कहा कि शहबाज सरकार बार-बार उन्हें ‘अपमानित’ करने की कोशिश कर रही है क्योंकि उन्होंने उन्हें ‘चोर’ कहा था।