मैनचेस्टर में चीनी वाणिज्य दूतावास से बाहर निकले लोगों ने प्रदर्शनकारियों को पीटा

लंदन: चीन को विदेशी जमीन पर भी अपनी आलोचना बर्दाश्त नहीं है। मैनचेस्टर में चीनी महावाणिज्यिक दूतावास के सामने हॉन्ग कॉन्ग को लेकर प्रदर्शन करने वाले लोगों से अज्ञात नकाबपोश चीन समर्थकों ने मारपीट की। इतना ही नहीं, इन नकाबपोशों ने भीड़ में से एक आदमी को खींचकर अपने दूतावास के अंदर लेकर जाने की कोशिश की। जब ब्रिटिश पुलिस ने उस आदमी को छुड़ाने की कोशिश की तो चीनी महावाणिज्यिक राजदूत झेंग जियुआन भी उस प्रदर्शनकारी को मारने लगे। उन्होंने प्रदर्शनकारी के बाल नोचे और उसकी आंखों में अपनी उंगलियां घुसाने की कोशिश की। बाद में पुलिस ने उस प्रदर्शनकारी को घायल स्थिति में दूतावास से बाहर खींच लिया। दरअसल, किसी देश के दूतावास, महावाणिज्यिक दूतावास के अंदर बिना अनुमति पुलिस प्रवेश नहीं कर सकती है। इसी का फायदा उठाते हुए चीनी राजदूत ने हॉन्ग कॉन्ग को लेकर चीन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे शख्स से मारपीट की। अब ब्रिटेन ने सांसदों की मांग पर चीनी राजदूत को तलब किया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय ने वाणिज्यिक दूतावास के सुरक्षा का हवाला दिया है।

मैनचेस्टर शहर में पुलिस ने कहा कि रविवार को चीनी वाणिज्य दूतावास के बाहर एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन तब बिगड़ गया, जब कुछ अज्ञात व्यक्ति दूतावास की इमारत से बाहर आए, प्रदर्शनकारियों में से एक को वाणिज्य दूतावास में खींच लिया और उसके साथ मारपीट की। पुलिस ने कहा कि अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा और व्यक्ति को वहां से हटाना पड़ा। उस व्यक्ति ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों ने नकाबपोश व्यक्तियों को वाणिज्य दूतावास के बाहर चीनी सरकार विरोधी तख्तियां फाड़ने से रोकने की कोशिश की तो उसे पीटा गया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस की शुरुआत के समय जिनपिंग के हॉन्ग कॉन्ग पर पूर्ण कब्जे के बयान से नाराज प्रदर्शनकारी वाणिज्य दूतावास के बाहर जमा हुए थे।

चीन के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि विदेशों में उसके राजनयिक मिशनों को सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करने का अधिकार है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने प्रदर्शनकारी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि प्रदर्शनकारी वाणिज्य दूतावास में अवैध रूप से घुस गया था और उसने चीनी राजनयिक परिसर की सुरक्षा को खतरे में डाला। उन्होंने कहा कि सभी देशों के राजनयिक मिशन को परिसर की शांति और गरिमा बनाए रखने के लिए आवश्यक उपाय करने का अधिकार है। मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूं कि विदेशों में चीनी दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों की शांति और गरिमा का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन की सरकार को अपने देश में चीन के राजनयिकों और कर्मियों की सुरक्षा बढ़ानी चाहिए।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि मैनचेस्टर की घटना काफी चिंतित करने वाली है। ब्रिटेन के सांसदों ने कंजरवेटिव पार्टी की सरकार से अपील की थी कि चीन के राजदूत को यह बताने के लिए तलब किया जाए कि क्या हुआ था। इसके बाद ब्रिटिश सरकार ने चीन के प्रभारी राजदूत को तलब भी किया है। बीबीसी की वेबसाइट पर वीडियो में दिख रहा है कि नकाबपोश व्यक्ति प्रदर्शनकारियों की तख्तियां फाड़ते हैं और उसके बाद वाणिज्य दूतावास के सामने हाथापाई शुरू हो जाती है। वीडियो में दिख रहा है कि मास्क पहने कई लोग किसी व्यक्ति की पिटाई कर रहे हैं, जिसे झड़पों के बीच जमीन पर गिरा दिया गया है। पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारी को चोटों के इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। किसी की गिरफ़्तारी नहीं हुई है। मैनचेस्टर स्थित चीनी वाणिज्य दूतावास से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

Sunil Kumar Dhangadamajhi

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