लेकिन कई अमेरिकी खुफिया एजेंसी इनकी संख्या 1000-2000 के बीच मानती हैं। विश्लेषकों का मानना है कि अगर पुतिन न्यूक्लियर हथियार इस्तेमाल करते हैं तो ये टैक्टिकल ही होंगे। लेकिन सवाल है कि आखिर ये टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार होते क्या हैं और स्ट्रैटेजिक बम से अलग कैसे हैं? एक टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार युद्ध के मैदान में इस्तेमाल करने के लिए बनाए जाते हैं। टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार 1 किलोटन से 100 किलोटन तक हो सकते हैं। समझने के लिहाज से अगर बात करें तो जापान के हिरोशिमा में दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान 15 किलोटन का बम फटा था।
क्यों अलग हैं टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार
अपनी घातक क्षमता के बावजूद टैक्टिकल न्यूक्लियर बम स्ट्रैटेजिक (रणनीतिक) न्यूक्लियर हथियार की तुलना में तीन तरह से अलग होते हैं। पहला कि उन्हें टार्गेट के करीब से दागा जाता है। दूसरा कि स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर बम की तुलना में इनका विस्फोट बहुत कम होता है और तीसरा इससे फैलने वाला रेडियोएक्टिव रेडिएशन बहुत सीमित होता है, जब तक वह एक न्यूट्रॉन बम न हो। लेकिन फिर भी इनसे खतरनाक नुकसान संभव है। हिरोशिमा पर गिराए गए अमेरिका के न्यूक्लियर बम के बराबर अगर टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार दागा गया तो लगभग 200 मीटर की परिधि वाला एक आग का गोला बनेगा। इस बम के फटते ही 1.6 किमी के दायरे में आने वाली हर चीज जल जाएगी।
![Putin Nuclear Threat Putin Nuclear Threat](https://static.langimg.com/thumb/msid-94614104,width-680,resizemode-3/putin-nuclear-threat-94614104.jpg)
हर चीज हो जाएगी बर्बाद
धमाके के बाद 350 मीटर प्रति सेकंड की रफ्तार से विनाशकारी शॉकवेव निकलेगी। इसके बाद रेडियोएक्टिव कचरा आसमान से बरसेगा जो बड़े पैमाने पर हवा, मिट्टी और पानी को दूषित कर देगा। ये कुछ उसी तरह होगा जैसा 1986 में यूक्रेन के चर्नोबिल में न्यूक्लियर रिएक्टर की त्रासदी के बाद हुआ था। टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों का आकार स्ट्रैटेजिक हथियारों से कम होता है। इन्हें जेट, युद्धपोत, पनडुब्बी और क्रूज मिसाइल से फायर किया जा सकता है। इतना ही नहीं इन्हें आर्टिलरी तोप के गोले की तरह भी फायर किया जा सकता है।
![tactical nuclear bomb tactical nuclear bomb](https://static.langimg.com/thumb/msid-94614117,width-680,resizemode-3/tactical-nuclear-bomb-94614117.jpg)
टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार से पुतिन को फायदा
टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियार के इस्तेमाल के पीछे नुकसान को कम करना ही लक्ष्य है। क्योंकि रणनीतिक परमाणु हथियार इतने ज्यादा ताकतवर होते हैं कि वह पूरे शहर यहां तक कि पूरी सभ्यता को मिटा सकते हैं। कोई भी समझदार व्यक्ति शायद ही इस तरह का कोई कदम उठाएगा। रणनीति परमाणु हथियार युद्ध खत्म करने की जगह पूरी दुनिया मरो या मारो की स्थिति पैदा कर देगी, जिससे इंसानियत का खात्मा भी हो सकता है। लेकिन अगर रूस स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर हथियार का इस्तेमाल करता है तो इससे यूक्रेन तो पीछे ही होगा, नाटो को भी इस युद्ध से दूर रहने का संदेश होगा।
क्या रूस इस्तेमाल करेगा टैक्टिकल न्यूक्लियर बम
रूस के परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर विशेषज्ञ मानते हैं कि हार की स्थिति में पुतिन कुछ भी कर सकते हैं। पुतिन अगर ऐसा करते हैं तो संभव है कि रूस पर यूक्रेन हमला तेज कर दे। लेकिन ये न्यूक्लियर हमले की तुलना में कुछ नहीं होगा। पुतिन न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल अगर करते हैं तो ये चौंकाने के साथ डराने वाला होगा। 2018 में डोनाल्ड ट्रंप के रक्षा सचिव जेम्स मैटिस ने कांग्रेस को बताया था कि परमाणु हथियार चाहे जैसा हो, वह रहेगा परमाणु हथियार ही।