कतर में फंसे 8 भारतीयों को बड़ी राहत मिली है. सजा के खिलाफ अपील के लिए उन्हें 60 दिनों का समय दिया गया है. दरअसल भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मी कतर की जेल में बंद हैं.
विदेश मंत्रालय ने दी जानकारी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस वार्ता में कहा कि आदेश के खिलाफ कतर की सर्वोच्च अदालत में अपील दायर करने के लिए 60 दिन का समय दिया गया है.
जासूसी के कथित मामले में फंसे भारतीय, मिली थी मौत की सजा से राहत
कतर की अपीलीय अदालत ने पिछले महीने जासूसी के एक कथित मामले में भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों की मौत की सजा को कम कर दिया था और उन्हें अलग-अलग अवधि के लिए जेल की सजा सुनाई थी. यह फैसला भारतीय नागरिकों के परिवारों के सदस्यों द्वारा एक अन्य अदालत के पहले के आदेश के खिलाफ अपील दायर करने के कुछ सप्ताह बाद आया था.
भारत सरकार पूर्व नौसेना के कर्मियों के परिवार और कानूनी टीम के संपर्क में
8 भारतीय पूर्व नौसेना कर्मियों की मौत की सजा को कम करने के कतर अदालत के फैसले पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा, कानूनी टीम के पास कोर्ट का आदेश है, जो गोपनीय है. हम परिवार के सदस्यों और कानूनी टीम के संपर्क में हैं.
2022 में आठों नौसेना के कर्मियों को किया गया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को जासूसी के आरोप में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था और कतर की एक अदालत ने अक्टूबर में उन्हें मौत की सजा सुनायी थी. सभी भारतीय नागरिक दोहा स्थित ‘दहारा ग्लोबल’ कंपनी के कर्मचारी थे. उनके खिलाफ आरोपों को कतर के अधिकारियों ने सार्वजनिक नहीं किया था. निजी कंपनी कतर के सशस्त्र बलों और सुरक्षा एजेंसियों को प्रशिक्षण और अन्य सेवाएं प्रदान करती है. भारत ने इस सजा के खिलाफ पिछले महीने कतर में अपीलीय अदालत का दरवाजा खटखटाया था.