मानधाता ब्लाक की नींव पड़ने के कई वर्षो बाद इस बुनियादी सुविधा पर अशफाक अहमद का ही ध्यान क्यों गया
अब तक जो लोग कुर्सी की शोभा बढा रहे थे उनके गाल पर करारा तमाचा
राजनीतिक दुर्भावना के चलते जनता दरबार को लेकर सोशल मीडिया पर तंज कसने वालो ने अशफाक अहमद की तारीफ
तब ही तो जनता कह रही है :: अशफाक अहमद है तो अच्छा ही होगा
मानधाता (सुरेश यादव): मानधाता ब्लाक की नींव पडे वर्षो बीत गए बहुत ब्लाक प्रमुख आए और कुर्सी की शोभा बढाकर चलते बने, लेकिन ब्लाक परिसर मे सामुदायिक शौचालय जैसी बुनियादी समस्या पर किसी ने दिलचस्पी नही दिखाई,ब्लाक परिसर मे दूर दराज इलाके से प्रतिदिन सैकड़ो लोगो का आना जाना होता है सामुदायिक शौचालय न होने से लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ता था पिछले कई वर्षो से कुछ समाजसेवी ने व्यक्तिगत तौर पर और कुछ समाजसेवी संस्था और राजनीतिक दल ने समय-समय पर जिम्मेदार लोगो के सामने इस समस्या को रखा लेकिन इस समस्या को किसी जिम्मेदार ने गंभीरता से नही लिया, इसरार अहमद के ब्लाक प्रमुख बनने के कुछ दिन बाद इस समस्या की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अशफाक अहमद ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और क्षेत्र पंचायत से सामुदायिक शौचालय के निर्माण का निर्णय लिया, लोगो का कहना है कि वर्षो से शिकायत के बाद भी जो काम नही हुआ वह सोशल मीडिया की खबर को संज्ञान मे लेते हुए अशफाक अहमद ने कर दिखाया लोगो का कहना है कि अगर आप के मन मे जनता के हित के लिए विकास कार्य करने की भावना है तो जरुरी नही है कि आप किसी के शिकायत का इन्तजार करे बल्कि विकास कार्य की इच्छाशक्ति होनी चाहिए और यह इच्छाशक्ति अशफाक अहमद जैसे व्यक्ति मे पिछले ढाई वर्ष के कार्यकाल के दौरान देखी जा रही है जो काम वर्षो से नही हुए थे उन काम को बगैर किसी भेदभाव के अशफाक अहमद ने पूरा किया है, लोगो का कहना है कि राजनीतिक दुर्भावना के चलते जो लोग तंज कस रहे थे या फिर जो लोग अशफाक अहमद के राजनीतिक विरोधियो के इशारे पर अशफाक अहमद के खिलाफ सोशल मीडिया पर तरह-तरह की नकारात्मक पोस्ट करने से बाज नही आ रहे थे आज अशफाक अहमद के कार्य को देखकर सराहना कर रहे है ।