वॉशिंगटन: तालिबान ने भले ही अफगानिस्तान में नई सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी हो, लेकिन उसे अमेरिका की तरफ से बहुत बड़ा झटका लगा है। एक तरफ पाकिस्तान और चीन ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अफगानिस्तान को आर्थिक मदद देने की अपील की है तो दूसरी तरफ अमेरिका ने अफगानिस्तान के ‘खजाने’ को जब्त कर लिया है। अमेरिका ने कहा है कि वो तालिबान की सरकार को मान्यता नहीं देगा और इसके साथ ही अफगानिस्तान सरकार की अमेरिका में स्थिति सारी संपत्ति और अमेरिकन बैंक में रखे सारे पैसों को फ्रीज कर दिया है। यानि, अब अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार जब बन जाएगी तो तालिबान के लोग अमेरिकी बैंक में रखे रुपयों का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे। बाइडेन प्रशासन के एक अधिकारी ने अलजजीरा को इसकी पुष्टि कर दी है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबकि, अमेरिकी बैंकों में अफगान सरकार के 9.5 अरब डॉलर की संपत्ति को फ्रीज कर दिया गया है। इसके साथ ही अमेरिका ने अफगानिस्तान को नकदी के शिपमेंट को भी रोकने का फैसला किया है। जो बाइडेन प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अमेरिका में अफगान सरकार की कोई भी केंद्रीय बैंक संपत्ति तालिबान के लिए उपलब्ध नहीं होगी और सरकार की सारी संपत्ति को ट्रेजरी विभाग ने फ्रीज कर दिया है।