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विकासशील देशों को संयुक्त राष्ट्र में मिले महत्व- ब्रिक्स
ब्रिक्स देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को और प्रभावशाली और लोककल्याणकारी बनाने के लिए बड़े पैमाने पर इस संस्था में बदलाव की जरूरत पर बल दिया. विकासशील देशों को और अधिक प्रतिनिधित्व और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया.
कोरोना की उत्पत्ति पर अध्ययन करेंगे ब्रिक्स देश
ब्रिक्स देशों के नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि SARS-COV-2 की उत्पत्ति पर अध्ययन किया जाये. व्यापक टीकाकरण पर जोर देते हुए कहा गया कि इससे विश्व की जनता का भला होगा.
ब्रिक्स देशों ने ‘नयी दिल्ली डिक्लरेशन’ को किया स्वीकार
ब्रिक्स सम्मेलन में इसके सदस्य देशों ने अफगानिस्तान पर ‘नयी दिल्ली डिक्लरेशन’ को स्वीकार किया. इस प्रस्ताव में अफगानिस्तान में वार्ता के जरिये शांति की वकालत की गयी है. कहा गया है कि अफगानिस्तान में स्थिरता, नागरिक शांति, कानून और व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए समावेशी संवाद के जरिये ही शांति आयेगी. ब्रिक्स देशों ने अफगानिस्तान में हिंसा के खात्मे और वर्तमान स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से निबटाने का आह्वान किया है.
आतंकवाद और नशे के कारोबार पर नियंत्रण जरूरी – पुतिन
पुतिन ने कहा कि आतंकवाद और नशे के कारोबार पर नियंत्रण जरूरी हो गया है. अफगानिस्तान को आतंकवाद और मादक पदार्थों की तस्करी के स्रोत के रूप में अपने पड़ोसी देशों के लिए खतरा नहीं बनना चाहिए.
पड़ोसी देशों के लिए खतरा न बने अफगानिस्तान- रूस के राष्ट्रपति बोले
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि अफगानिस्तान पड़ोसी देशों के लिए खतरा न बने, यह सुनिश्चित करना होगा. श्री पुतिन ने कहा कि अमेरिका के जाने के बाद अफगानिस्तान संकट में है. हमारे सामने सुरक्षा की नयी चुनौतियां हैं. आतंकवाद पर नियंत्रण जरूरी है.
15 वर्ष में आपसी सहयोग और संवाद बढ़ा- शी जिनपिंग
शी जिनपिंग ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि पिछले 15 दिनों में हमने आपसी सहयोग और संवाद को बढ़ाया है. हम पांच देशों ने सरकार की नीतियों में समानता दिखायी है. हमने कई क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा दिया है. हम विकास की साझा यात्रा में आगे बढ़े हैं.
ब्रिक्स सम्मेलन का थीम
13वें ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स की 15वीं वर्षगांठ की थीम के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि भारत का थीम ‘ब्रिक्स@15: इंट्रा-ब्रिक्स को-ऑपरेशन फॉर कंटिन्यूटी, कंसोलिडेशन एंड कंसेंसस’ है. ये 4 ‘सी’ ब्रिक्स पार्टनरशिप के बुनियादी सिद्धांत हैं.
नयी दिल्ली: ब्रिक्स (BRICS) की 15वीं वर्षगांठ पर आयोजित ब्रिक्स देशों की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा है कि इस संगठन ने ब्रिक्स काउंटर टेररिज्म एक्शन प्लान (BRICS Counter Terrorism Action Plan) तैयार किया है. इस पर विस्तार से चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि कहा कि हमारे पास विस्तृत एजेंडा है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में हमें सभी ब्रिक्स पार्टनर्स का भरपूर सहयोग मिला. हमारे पास गर्व करने के लिए बहुत-सी बातें हैं, लेकिन आत्ममुग्ध होने की जरूरत नहीं है. हमें सुनिश्चित करना है कि ब्रिक्स अगले 15 वर्षों में और परिणामदायी हो.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस वर्ष कोविड की विवशताओं के बावजूद 150 से अधिक ब्रिक्स की बैठकें आयोजित हुईं. इसमें 20 से अधिक मंत्री स्तर की बैठक थी. परंपरागत क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के साथ-साथ हमने ब्रिक्स एजेंडा के विस्तार पर भी काम किया. हमने कई चीजें पहली बार की. हाल ही में पहले ब्रिक्स डिजिटल हेल्थ सम्मेलन का आयोजन हुआ.
ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेश रवाना
पीएम मोदी ने कहा कि यह भी पहली बार हुआ कि ब्रिक्स ने मल्टीलेटरल सिस्टम की सुधार पर बैठक की. हमने ब्रिक्स काउंटर टेररिज्म एक्शन प्लान भी तैयार किया है. रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट में नया अध्याय शुरू किया है. हमारे कस्टम सविभागों में सहयोग की वजह से इंट्रा ब्रिक्स व्यापार आसान होगा. ब्रिक्स वैक्सीनेशन अनुसंधान विकास केंद्र की शुरुआत पर सहमति बनी है.
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा ब्रिक्स संगठन आने वाले दिनों में भी प्रासंगिक रहेगा. आज की बैठक ब्रिक्स को भविष्य में और उपयोगी बनाने के लिए उपयुक्त दिशा देगी. हम महत्वपूर्ण वैश्विक तथा क्षेत्रीय विषयों पर भी चर्चा करेंगे.
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा था कि सरकार प्रायोजित आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए खतरा है. गुड टेररिज्म और बैड टेररिज्म के नाम पर हम आतंकवादियों में भेद नहीं कर सकते. हम सबको मिलकर आतंकवाद से लड़ना होगा.
Posted By: Mithilesh Jha