यूं तो दुनिया के दो मोर्चों पर युद्ध चल रहा है. पहला रूस और यूक्रेन के बीच, जबकि दूसरा इजराइल और हमास के बीच, लेकिन एक ऐसी घटना हुई है जिसने पूरी दुनिया को टेंशन दे दी है. दरअसल, पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर ईरान ने मंगलवार को एयरस्ट्राइक कर दिया जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है. मामले पर भारत के रुख का इंतजार सभी को था जो सामने आ गया है. भारत की ओर से कहा गया है कि हमारा मानना हैं कि इस एक्शन का फैसला आत्मरक्षा में लिया गया था. यह बात भारत के विदेश मंत्रालय की ओर से कही गई है. आपको बता दें कि आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश पाकिस्तान की जमीन पर यह हमला किया गया था.
क्या कहा भारत ने
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है जिसे विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर शेयर किया. इसमें कहा गया है कि मामला ईरान और पाकिस्तान के बीच का है. भारत के रुख की बात करें तो आतंकवाद के खिलाफ हमारी नीति जीरो टॉलरेंस वाली है. हम एक्शन को देश की आत्मरक्षा में उठाया गया कदम मानते हैं.
क्या है मामला
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में ईरान ने मंगलवार की रात बलूच आतंकी संगठन जैश-अल-अदल के दो ठिकानों पर मिसाइलें दाग दी. साथ ही ड्रोन से हमले किये. इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान पूरी तरह से टेंशन में आ गया है. उसने बुधवार को ईरान से अपने राजदूत को वापस बुलाने का काम किया, साथ ही सभी आगामी उच्च स्तरीय द्विपक्षीय यात्राएं निलंबित कर दीं. इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव पैदा हो हो चुका है.
क्या कहा पाकिस्तान ने
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से जो हमले के बाद प्रतिक्रिया दी गई है, उसके अनुसार ईरान का इस तरह से हमला पाकिस्तान की संप्रभुता का अकारण और खुला उल्लंघन है. यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के उद्देश्यों एवं सिद्धांतों का उल्लंघन है जो अस्वीकार्य है. इसका कोई स्पष्टीकरण नहीं हो सकता. आगे कहा गया है कि इस अवैध कार्रवाई का जवाब देने का अधिकार पाकिस्तान को भी है जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह ईरान की होगी.
हमले पर क्या बोला अमेरिका और चीन
अमेरिका ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ईरान के हमलों की निंदा की है, साथ ही कहा है कि पिछले कुछ दिनों में इस देश ने अपने तीन पड़ोसी देशों की सीमाओं का उल्लंघन किया है. यह बात अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर की ओर से कही गई है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान, सीरिया और इराक में ईरान के हमले चिंता बढ़ाने वाले हैं. वहीं पाकिस्तान और ईरान के रिश्तों में आई तल्खी पर चीन ने भी प्रतिक्रिया दी है. उसने कहा कि दोनों देशों को संयम बरतने की जरूरत है. चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में उक्त बातें कही. उन्होंने कहा कि दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए.