वाशिंगटन: I know everything and you Know nothing के रास्ते पर चलने वाले और दुनिया की हर बात जानने का दावा करने वाले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने 4 साल के कार्यकाल में करीब 31 हजार बार झूठा दावा किया। डोनाल्ड ट्रंप ने हर दिन, हर सप्ताह और हर महीने झूठे दावे किये। खासकर वो उन मुद्दों पर भी लगातार झूठ बोलते रहे जिसकी सत्यता हर नागरिक जानता था।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चार से कार्यकाल में 30 हजार 573 बार या तो झूठ बोला या फिर उन्होंने कोई ना कोई झूठा दावा किया। अमेरिका की फैक्ट चेकर संस्था जो सभी राजनीतिक पार्टियों के दावों की पड़ताल करती है, उसने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ”वैसे तो सभी राजनीतिक पार्टियां या नेता झूठा दावा करते हैं लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने बतौर राष्ट्रपति झूठ की हर सीमा को पार कर डाला”। फैक्ट चेकर संस्था ने दावा किया है कि बतौर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हर सबूत, हर जानकारी को झूठा करार देते हुए बगैर किसी सबूत या बिना किसी पड़ताल के लगातार झूठ बोला।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि राष्ट्रपति पद पर आसीन होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने पहले साल हर दिन 6 बार झूठा दावा किया जबकि बतौर राष्ट्रपति अपने कार्यकाल के दूसरे साल उन्होंने हर दिन 16 झूठे दावे किए। जबकि बतौर राष्ट्रपति तीसरे साल उन्होंने हर दिन 22 झूठे दावे किए। जबकि चौथे साल में उन्होंने हर दिन 39 बार झूठ बोला। बतौर राष्ट्रपति उन्होंने अपने कार्यकाल के 27वें महीने में झूठ बोलने के 10 हजार के आंकड़े को पार कर लिया, जबकि उसके अगले 14 महीने में उन्होंने 10 हजार झूठ और बोले। लेकिन, अपने कार्यकाल के चौथे साल उनके झूठा दावा करने की रफ्तार काफी ज्यादा बढ़ गई और सिर्फ पांच महीने में ही उन्होंने करीब 10 हजार झूठे दावे कर दिए।
फैक्ट चेकर की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हर दावे में झूठी जानकारी प्रस्तुत की है। बात चाहे बड़ी हो या छोटी, बैगर झूठ उसकी शुरूआत डोनाल्ड ट्रंप नहीं करते थे। जब एक बार वो झूठ बोल जाते थे और जब उनपर झूठ बोलने का आरोप लगता था, तो उस झूठ को झुठलाने के लिए वो नया झूठ बोल देते थे। रिपोर्ट में कहा गया है डोनाल्ड ट्रंप ने आधे से ज्यादा झूठे दावे अपनी रैलियों में जबकि आधे से कुछ कम झूठे दावे अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए किए, जिसे अब स्थाई तौर पर सस्पेंड किया जा चुका है।