Health Care : इलायची हाई ब्लड प्रेशर, वजन घटाने और संक्रमण जैसी चीजों में मदद कर सकती है, इसका उपयोग मीठे और नमकीन दोनों व्यंजनों में किया जाता है. इलायची के बीज, तेल और अर्क में प्रभावशाली औषधीय गुण होते हैं और सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में इसका उपयोग किया जाता रहा है.
इलायची के एंटीऑक्सीडेंट और मूत्रवर्धक गुण रक्तचाप को कम कर सकते हैं. उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए इलायची मददगार हो सकती है.
इलायची के सेवन से सूजनरोधी प्रभावों के कारण पुरानी बीमारियों से रक्षा हो सकती है. इलायची ऐसे यौगिकों से भरपूर होती है जो सूजन से लड़ सकते हैं. इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट यौगिक कोशिकाओं को क्षति और धीमी गति से बचाने में मदद कर सकते हैं.
इलायची में एंटिऑक्सीडेंट्स और विटामिन C होता है, जो दिल के स्वास्थ्य को समर्थन प्रदान करते हैं. यह हृदय संबंधित बीमारियों के खिलाफ रक्षा कर सकता है.
इलायची के सेवन से अल्सर सहित पाचन संबंधी समस्याओं में मदद मिल सकती है. इलायची खाने से शरीर का मेटाबोलिज्म भी ठीक ढंग से काम करता है .
इलायची में पाये जाने वाले विशेष तत्व डाइजेशन को सुधारने में मदद करते हैं. यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है.
इलायची का उपयोग अक्सर सांसों की दुर्गंध के इलाज के लिए किया जाता है यह इसलिए है क्योंकि इलायची मुंह के बैक्टीरिया को मारने और रोकने में सक्षम हो सकती है.
इलायची में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सूखी खांसी और ठंड के समय राहत प्रदान कर सकते हैं. इलायची का सेवन खांसी और गले की खराश से आराम देता है.
इलायची बेहतर ऑक्सीजन ग्रहण और आरामदायक हवा को उत्तेजित करके सांस लेने में सुधार कर सकता है.
इलायची का एक गुण यह भी है कि जब हिचकी आये तो एक इलायची मुंह में डालें और कुछ देर तक उसे धीरे धीरे चबाते रहें, इससे हिचकी जल्द बंद हो जाती है.
इलायची के दानों को मुंह में डालने से मिचली और उल्टी की समस्या से राहत मिलती है.