पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तीन मामलों में लाहौर के एंटी-टेररिज्म कोर्ट से जमानत मिल गई है. इसमें से एक मामला लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस में हमले और आगजनी से जुड़ा हुआ है. अदालत ने आगजनी के इस मामले समेत तीन केस में इमरान को बेल दे दी है. लाहौर कॉर्प्स कमांडर हाउस को पाकिस्तान में जिन्ना हाउस के तौर पर भी जाना जाता है. आरोप है कि, Imran Khan की हाईकोर्ट से गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने जिन्ना हाउस में तोड़फोड़ और आगजनी की थी.
तीनों ही मामलों में 2 जून तक अंतरिम बेल
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान की तरफ से अदालत में दायर याचिकाओं में अदालत से गुजारिश की गई कि इमरान को बेल दी जाए, ताकि वह जांच में शामिल हो सकें. अदालत ने इस मामले में सुनवाई करते हुए इमरान को तीनों ही मामलों में 2 जून तक अंतरिम बेल दी है. कोर्ट ने इमरान से कहा है कि वह एक लाख रुपये का श्योरिटी बॉन्ड जमा करें. साथ ही इन मामलों की जांच में भी शामिल हों.
9 मई को इमरान की गिरतारी के बाद शुरू हुआ था विरोध-प्रदर्शन
आपको बताएं , इमरान खान को 9 मई इस्लामाबाद हाई कोर्ट से अल कादिर ट्रस्ट मामले में पाक रेंजर्स की टीम ने गिरफ्तार कर लिया था, जिसके बाद इमरान के समर्थकों ने पूरे देश में व्यापक रूप से विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. इस दौरान देश के प्रमुख शहरों में सेना को निशाना बनाते हुए हमला किया गया था.इमरान खान के समर्थकों ने जिस तरह से पूरे देश में आतंक पैदा करने की कोशिश कि उसके लिए सरकार ने इमरान खान को जिम्मेदार ठहराया गया.
पाक सरकार ने इमरान पर आतंकवाद फैलाने के जुर्म में लाहौर के एंटी टेररिज्म कोर्ट में केस दर्ज किया गया था
इसके बाद पाकिस्तानी सरकार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) चीफ पर आतंकवाद फैलाने के जुर्म में लाहौर के एंटी टेररिज्म कोर्ट में केस दर्ज किया गया था. इमरान खान पर हिंसा को भड़काने और दहशतगर्दों को सहायता पहुंचाने का इल्जाम लगाया था. विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों ने देश को लगभग 25 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया गया था. कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया, जिस पर सेना के अनुरोध पर सरकार ने आर्मी एक्ट के तहत मुकदमा चलाने की इजाजत दे दी.
इमरान ने अपने ऊपर लगे आरोपों को सरकार की साजिश बताया
हालांकि, इमरान खान लगातार अपने ऊपर लगाए आरोपों को मौजूदा सरकार के तरफ से कि गई साजिश बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि ये पूरी तरह से पीएम शहबाज शरीफ और सेना का प्लान है. इमरान खान ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों को संवेदनशीलता के साथ सोचना चाहिए. वरना वो दिन दूर नहीं जब देश के हालात पूर्वी पाकिस्तान जैसे हो जाएंगे. देश की सेना पर बयान देते हुए कहा कि मैं सेना की निंदा करता हूं तो ऐसा लगता है जैसे मैं अपने बच्चों की आलोचना कर रहा हूं.