वॉशिंगटन: डेमोक्रेट जो बाइडेन अब अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति हैं और उनके इस विजय के साथ ही पाकिस्तान भी बहुत खुश होगा। पिछले चार सालों से डोनाल्ड ट्रंप की वजह से पाक को जो मुश्किल देखनी पड़ रही थी, बाइडेन के ओवल ऑफिस पहुंचने के बाद अब कम हो सकती हैं। बाइडेन जिस समय राजनयिक थे, पाकिस्तान के साथ उनके रिश्ते काफी अच्छे थे और यही वजह है कि उनकी उम्मीदवार के ऐलान के पहले दिन से ही पाक उनके राष्ट्रपति बनने के लिए दुआएं मांग रहा था।
साल 2008 में पाकिस्तान ने बाइडेन को दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘हिलाल-ए-पाकिस्तान’ से नवाजा था। बाइडेन और सीनेटर रिचर्ड लुगार की वजह से पाकिस्तान को वह नॉन-मिलिट्री मदद मिलनी शुरू हुई जो बंद हो चुकी थी। यह रकम करीब 1.5 बिलियन डॉलर की थी। लुगार को भी पाक ने ‘हिलाल-ए-पाकिस्तान’ से नवाजा था। उस समय आसिफ अली जरदारी, पाकिस्तान के राष्ट्रपति थे और उन्होंने दोनों को उनके लगातार समर्थन के लिए शुक्रिया भी कहा था। बाइडेन के चुनाव जीतने के साथ ही विशेषज्ञों का लगता है कि बतौर राष्ट्रपति वह डिप्लोमैसी का वही दौर वापस लाएंगे जो बंद हो चुका है। ट्रंप का अक्खड़ रवैया और नॉन-डिप्लोमैटिक बर्ताव की वजह से वह पाक में कभी लोकप्रिय नहीं हो सके थे। राष्ट्रपति ट्रंप ने कई मौकों पर सार्वजनिक तौर पर पाक को फटकार भी लगाई थी। ट्रंप के कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में काफी खटास हो गई थी।
एक पाक विश्लेषक की मानें तो अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति बनते तो फिर उन्हें और ज्यादा आत्मविश्वास हासिल हो जाता। ट्रंप ने कई मुसलमान देशों से आने वाले नागरिकों की एंट्री को बैन कर दिया था। पाक तब से ही चाहता था कि ट्रंप, व्हाइट हाउस से बाहर चले जाएं। इसके अलावा बाइडेन ने हमेशा कश्मीरियों की बात की है और यहां पर बसे मुसलमानों की तुलना बांग्लादेश में रहने वाले रोहिंग्या और चीन में बसे उइगर मुसलमानों तक से कर डाली। जून 2020 में बाइडेन ने भारत से मांग की थी कि वह कश्मीरियों को उनका हक वापस दिलाए। बाइडेन ने कहा था, ‘कश्मीर में भारत सरकार के हर जरूरी कदम उठाने चाहिए ताकि यहां के लोगों के अधिकार बहाल हो सकें। उन्हें शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार हो और इंटरनेट को बंद करने जैसे कदम लोकतंत्र को कमजोर करते हैं।’ पाक आर्मी के रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तलत मसूद की मानें तो बाइडेन के आने के बाद अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्ते नई दिशा की तरफ जा सकते हैं।

