नासा के लिए ओरियन की सफल लैंडिंग बेहद जरूरी थी ताकि वह 2024 की अपनी अगली ओरियन उड़ान की तैयारी शुरू कर सके। 2024 में लॉन्च होने वाले आर्टेमिस-2 की इस उड़ान में चार अंतरिक्ष यात्रियों का क्रू शामिल होगा। यह चालक दल कई मायनों में खास होगा क्योंकि करीब 50 साल बाद इंसान चंद्रमा के सबसे करीब होगा। आर्टेमिस-3 के तहत पहली महिला अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर कदम रखकर इतिहास रचेगी। ओरियन ने स्पेस में बिताए अपने दिनों में चंद्रमा की कुछ अद्भुत तस्वीरें धरती पर भेजी हैं।
ओरियन ने खींची कुछ अद्भुत तस्वीरें
ओरियन स्पेसक्राफ्ट ने 16 नवंबर को नासा के ‘कैनेडी स्पेस सेंटर’ से उड़ान भरी थी। धरती पर वापसी से पहले इसने एक हफ्ता चंद्रमा की कक्षा में बिताया। दूसरी और आखिरी बार चंद्रमा की सतह के पास जाने पर इसके क्रू मॉड्यूल पर लगे कैमरे ने कुछ अद्भुत तस्वीरें खींची थी। इन तस्वीरों में चंद्रमा के गड्ढे साफ-साफ देखे जा सकते हैं। ओरियन की सफल और सुरक्षित लैंडिंग को लेकर वैज्ञानिक आश्वस्त थे लेकिन उन्होंने किसी भी इमरजेंसी से निपटने की तैयारी भी कर रखी थी।
नासा ने कहा- यह एक असाधारण दिन!
नासा ने ओरियन की लैंडिंग को ‘शानदार’ और ‘लगभग सटीक’ करार दिया है। नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने ह्यूस्टन में मिशन कंट्रोल से कहा, ‘मैं अभिभूत हूं।’ उन्होंने कहा, ‘यह एक असाधारण दिन है… यह ऐतिहासिक है क्योंकि अब हम एक नई पीढ़ी के साथ गहरे अंतरिक्ष में वापस जा रहे हैं।’ नासा के इस मून मिशन में कोई भी अंतरिक्ष यात्री शामिल नहीं था। इस टेस्ट फ्लाइट की कुल लागत करीब 4 बिलियन डॉलर थी।