इस्लामबाद: पाकिस्तान में आर्थिक संकट के बीच वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ को वित्त मंत्री के रूप में अपना इस्तीफा सौंपा। लंदन में सत्तारूढ़ पीएमएल-एन के नेताओं की बैठक में मिफ्ता इस्माइल के इस्तीफे पर फैसला हुआ। इस बैठक में नवाज शरीफ, प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ समेत उनकी कैबिनेट के कई दूसरे शीर्ष नेता शामिल थे। इस दौरान पाकिस्तान से जुड़े कई मुद्दों पर विस्तार से चर्चा भी हुई। अब मिफ्ता इस्माइल की जगह नवाज शरीफ के भरोसेमंद इशार डार को पाकिस्तान का नया वित्त मंत्री बनाया जाएगा। इशार डार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ ही ब्रिटेन से पाकिस्तान लौटेंगे।
मिफ्ता इस्माइल ने नवाज शरीफ को सौंपा इस्तीफा
पीएमएल-एन के प्रवक्ता के मुताबिक बैठक के दौरान मिफ्ता ने नवाज को अपना इस्तीफा सौंप दिया और उन्हें मंत्रालय का नेतृत्व करने का मौका देने के लिए धन्यवाद दिया। मिफ्ता ने यह भी कहा कि पिछले चार महीनों में, उन्होंने अपनी क्षमता के अनुसार सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और अपनी पार्टी के साथ-साथ देश के प्रति भी वफादार रहे। इस्तीफा स्वीकार करते हुए, नवाज शरीफ ने मिफ्ता के प्रयासों की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने अपने कर्तव्यों को ऐसे समय में निभाया जब देश आर्थिक संकट का सामना कर रहा था।
इशाक डार बनेंगे पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री
पीएमएल-एन नेता इशाक डार मिफ्ता की जगह पाकिस्तान के नए वित्त मंत्री होंगे। बताया जा रहा है कि मिफ्ता इस्माइल भी शहबाज सरकार का हिस्सा बने रहेंगे। हालांकि, उन्हें सौंपे जाने वाले अगले पोर्टफोलियो के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। रिपोर्ट के अनुसार, इशाक डार प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ पाकिस्तान वापस आएंगे, जिसके बाद उनका शपथग्रहण करवाया जाएगा। पार्टी के निर्णय के अनुसार, इशाक डार 27 सितंबर मंगलवार को वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
नवाज शरीफ मिफ्ता इस्माइल की नीतियों से थे नाराज
जियो टीवी के अनुसार, कल पीएम शहबाज के साथ मुलाकात के दौरान नवाज ने खुलासा किया कि वह मिफ्ता की आर्थिक नीतियों से खुश नहीं थे। उन्होंने आर्थिक नीतियों की दिशा में बदलाव का आह्वान किया था। सूत्र के मुताबिक, नवाज शरीफ इस बात से चिंतित हैं कि पाकिस्तान में वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी का सीधा असर आम लोगों पर पड़ा है, जिसका असर पीएमएल-एन के वोट बैंक पर हो रहा है।