जनरल एलेक्सजेंडर दिवोर्निकोव ही अब यूक्रेन में चल रहे रूसी सैन्य अभियानों की कमान संभालेंगे। दिवोर्निकोव के बारे में कहा जाता है कि वह बेहद आक्रामक और खूंखार हैं। बता दें कि रूस ने यूक्रेन में जल, थल और वायु सैन्य इकाइयों के तालमेल के लिए एक सेंट्रल कमान का गठन किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स से ये पता लगा है कि सीरिया और अन्य युद्ध स्थलों पर एलेक्सजेंडर का व्यवहार काफी क्रूरता से भरा रहा है। एलेक्सजेंडर ने अपने करियर की शुरुआत साल 1982 में रूसी सेना में एक प्लाटून कमांडर के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने कई अहम भूमिकाएं रूसी सेना में निभाईं। साल 2015 में सीरिया में उन्होंने रूसी सेना का नेतृत्व किया था।
ये वो दौर था जब रूसी सेना ने पूर्वी अलेप्पो पर जमकर बम बरसाए थे, जिसमें कई नागरिकों को गंभीर नुकसान हुआ था। इसके बाद साल 2016 में एलेक्सजेंडर को द हीरो ऑफ रसिया मेडल से नवाजा गया था, जोकि रूस के सबसे बड़े अवॉर्ड में से एक है।