सियोल: उत्तर कोरिया ने गुरुवार को दो बैलिस्टिक मिसाइलों को फायर कर पूरी दुनिया में सनसनी फैला दी है। यह दो हफ्तों में उत्तर कोरिया का छठा मिसाइल परीक्षण था। इस साल 10 महीने के अंदर उत्तर कोरिया ने करीब 40 मिसाइलों को लॉन्च किया है। इतना ही नहीं, उत्तर कोरिया 2017 के बाद से अपना पहला परमाणु परीक्षण करने को भी तैयार है। इस कारण अब अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने अपनी सैन्य तैयारियों को बढ़ा दिया है। गुरुवार को इन तीनों देशों ने उत्तर कोरिया के मिसाइल हमले से बचाव का अभ्यास किया। इस ड्रिल के दौरान दो छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों को जापान की ओर दागा गया। इसमें से एक को अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर यूएसएस रोनाल्ड रीगन और उसके साथ मौजूद युद्धपोतों ने मार गिराया। वर्तमान में यूएसएस रोनाल्ड रीगन अपने कैरियर फ्लीट के साथ कोरियाई प्रायद्वीप में मौजूद है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या उत्तर कोरिया के पास ऐसी मिसाइलें हैं, जो अमेरिका तक मार कर सकती हैं।
उत्तर कोरिया अलग-अलग तरह की बैलिस्टिक मिसाइलों, क्रूज मिसाइलों और हाइपरसोनिक मिसाइलों का परीक्षण करता रहा है। हाइपरसोनिक मिसाइलें रडार की पकड़ से बचने के लिए ध्वनि की गति से कई गुना तेज और कम ऊंचाई पर उड़ती हैं। माना जाता है कि हाल ही में जापान के ऊपर परीक्षण की गई मिसाइल का नाम ह्वासोंग-12 था। इस मिसाइल की रेंज 4500 किलोमीटर है। ऐसे में ह्वासोंग-12 उत्तर कोरिया से अमेरिकी नेवल बेस गुआम तक हमला करने में पूरी तरह सक्षम है। गुआम को प्रशांत महासागर में अमेरिकी ताकत का प्रतीक माना जाता है।
उत्तर कोरिया की मिसाइल ताकत जानें
मिसाइल | रेंज |
नोडोंग | 1500 किलोमीटर |
पुकगुक्सोंग-3 | 1900 किलोमीटर |
पुकगुक्सोंग-2 | 2000 किलोमीटर |
मुसुडान | 4000 किलोमीटर |
ह्वासोंग-12 | 4500 किलोमीटर |
ह्वासोंग-14 | 10400 किलोमीटर |
ह्वासोंग-15 | 13000 किलोमीटर |
ह्वासोंग-17 | 15000+ किलोमीटर |
उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच करीब 10000 किलोमीटर की दूरी है। अमेरिकी नौसेना का गुआम नौसैनिक अड्डे की दूरी उत्तर कोरिया से मात्र 3400 किलोमीटर की है। ऐसे में उत्तर कोरिया के पास कई ऐसी मिसाइलें मौजूद हैं, अमेरिका की मुख्य भूमि और गुआम को निशाना बना सकती हैं। उत्तर कोरिया के पास 15000 किलोमीटर तक मार कनरे वाली इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें हैं। हालांकि, उत्तर कोरिया शायद ही अमेरिका पर हमला करने का खतरा उठाए। उत्तर कोरिया भी यह बात जानता है कि अमेरिका की सैन्य ताकत के सामने उसकी कोई हैसियत नहीं है।
उत्तर कोरिया लंबी-लंबी दूरी की मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। यह जापान के ऊपर से दागी गई अब तक की सबसे लंबी दूरी की मिसाइल है। यह उत्तर कोरिया की परमाणु परीक्षण करने से पहले की तैयारी हो सकती है।
उत्तर कोरिया ह्वासोंग-14 बैलिस्टिक मिसाइल का भी परीक्षण कर रहा है। इसकी रेंज 8000 किलोमीटर है। हालांकि, कुछ स्टडीज में दावा किया है कि उत्तर कोरिया की यह मिसाइल 10000 किमी की दूरी तक हमला कर सकती है। ऐसे में इसके उत्तर कोरिया से न्यूयॉर्क तक पहुंचने का खतरा है। यह उत्तर कोरिया की पहली अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) है। उत्तर कोरिया ने मंगलवार को भी जापान के ऊपर एक मध्यम दूरी तक मार करने वाली मिसाइल दागी थी। यह परीक्षण अमेरिका और दक्षिण कोरिया के मिसाइल फायर ड्रिल के बाद किया गया था। इस दौरान उत्तर कोरिया की एक मिसाइल मॉलफंक्शन के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गई और हवा में ही नष्ट हो गई।
जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि यह कम समय में छठी बार है, बस सितंबर के अंत से गिनती की जा रही है। यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। अमेरिका ने उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण को देखते हुए अपने विमानवाहक पोत और कैरियर स्ट्राइक ग्रुप को फिर से तैनात कर दिया है। दक्षिण कोरियाई सेना ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप समुद्री मिसाइल रक्षा प्रशिक्षण में दक्षिण कोरिया और जापान के नौसैनिक विध्वंसक जहाजों के साथ शामिल हो गया है। दक्षिण कोरिया ने कहा कि यह प्रशिक्षण (उत्तर कोरिया) के बैलिस्टिक मिसाइल उकसावे को देखते हुए एक साथ मिलकर लक्ष्य की जानकारी का पता लगाने, ट्रैकिंग और उसे मार गिराने के लिए आयोजित किया गया है।