तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि पहले नोटबंदी फिर जीएसटी और अब कृषि कानूनों को लाकर केंद्र की सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ी है। उन्होंने कहा ये तीनों के ये कानून अर्थव्यवस्था के इन्फॉर्मल सेक्टर को कमजोर करने के लिए तैयार किए गए हैं और सरकार ने सोच समझकर ये किया है। जिसका असर ये हुआ है कि देश युवाओं को रोजगार नहीं दे पा रहा है। केरल के तिरुवंबाडी में एक कार्यक्रम में कांग्रेस नेता ने ये कहा है। नए कृषि कानूनों और इसको लेकर देशभर में किसानों की ओर से हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर राहुल ने कहा, खेती हमारे इतिहास, संस्कृति और विरासत का एक आंतरिक हिस्सा है। इसमें नई चीजें आनी चाहिए लेकिन इसका एक तरीका होता है। किसान की उपज खरीदने की एक प्रणाली है और उस प्रणाली में कुछ ख़ामियां हैं जिसमें सुधार करना चाहिए लेकिन सरकार इसे नष्ट कर रही है। सरकार मंडियों को नष्ट कर रही है। जिसका सीधा असर न केवल किसानों पर परन्तु देश के मध्यम वर्ग और देश की सामाजिक और आर्थिक स्थिरता पर पड़ेगा। देशभर में कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ प्रदर्शन चल रहा है। मैं उनके प्रदर्शन को पूरी तरह समझता हूं। ये कृषि कानून मूल रूप से भारतीय कृषि क्षेत्र की रीढ़ को नष्ट कर देंगे। हमारा कृषि क्षेत्र किसानों की बजाय 2-3 बड़े उद्योगपतियों के हाथ में चला जाएगा।
केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी राज्य के तीन दिन के दौरे पर सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे हैं। यहां वो कई योजनाओं की शुरुआत कर रहे हैं। सोमवार को राहुल ने वायनाड के मनंतवाडी में गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया। राहुल गांधी ने यहां कहा कि महात्मा गांधी की सबसे ताकतवर बात यह थी कि उन्होंने जो कुछ भी कहा, उसे अमल में लाया।