कोलकाता: सीपीआई (एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने रविवार को कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता सरकार से लेकर मोदी और अमित शाह पर जमकर हमला बोला। सीताराम येचुरी ने रविवार को कहा कि आरएसएस-बीजेपी के सांप्रदायिक प्रोपेगेंडा को रोकने के लिए तृणमूल कांग्रेस को सबसे पहले हार का सामना करना पड़ सकता है। वहीं उन्होंने दावा किया कि अगर त्रिशंकु विधानसभा के नतीजे सामने आते है तो पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने के लिए टीएमसी एनडीए के साथ फिर से जुड़ सकती है। टीएमसी और बीजेपी के बीच चल रहे राजनीतिक झगड़े को ‘मॉक फाइट’ करार देते हुए येचुरी ने आरोप लगाया कि चुनाव के वक्त बीजेपी पीएम केयर के फंड का इस्तेमाल कर रही है, जो कोरोना महामारी से लड़ने के लिए तैयार किया था। येचुरी ने कहा कि भाजपा ऐसे कानून लाई है कि इलेक्टोरल बॉन्ड के नाम पर वे लाखों करोड़ों रुपये इकट्ठा कर रहे हैं। यह पैसा कौन दे रहा है इसका कोई हिसाब नहीं है। उन्होंने कोरोना के नाम पर एक निजी फंड खोल रखा है वहां भी पैसे इकट्ठे किए जा रहे हैं। वे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाते हैं और मोदी जी ने अपने नाम से गुजरात में एक क्रिकेट स्टेडियम बना लिया है। वे वंशवाद के खिलाफ बोलते हैं और अमित शाह का बेटा जय शाह वहां के क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। ये लोग भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं। येचुरी ने कोलकाता में ब्रिगेड परेड ग्राउंड में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि वामपंथी और धर्मनिरपेक्ष ताकतों का यह महागठबंधन राज्य में भ्रष्ट टीएमसी सरकार और भाजपा को हराने के लिए बेहतर बंगाल के लिए संघर्ष करेगा। माकपा नेता ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार युवाओं के साथ वही कर रही है, जो नरेंद्र मोदी सरकार किसानों के खिलाफ कर रही है। आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव आठ चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 27 मार्च होगा, वहीं अंतिम यानी 8वें चरण का मतदान 29 अप्रैल को होगा। 2 मई को वोटों की गिनती होगी।