● 16 आदिवासी परिवार पहाड़ी से नीचे आने को तैयार हो गए
● घर बना रहा है लांजीगढ़ ब्लॉक प्रशासन, सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगी
लांजीगढ़: कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ ब्लॉक में कानकुटरू पंचायत के सुदूरवर्ती गांव बारगुडा की अवस्थिति एक पहाड़ी पर है। वहां 18 आदिवासी परिवार रहते हैं। न सड़कें, न नलकूप, न बिजली। पहाड़ के झरने से पीने की पानी लाने के लिए उन्हें एक सौ पचास फीट नीचे जाना होता है। अगर कोई बीमार है तो अस्पताल जाने का कोई रास्ता नहीं। स्थिति बहुत दयनीय है। सरकार के मूलभूत सुविधाएं भी वहां सात सपने हैं। वेचारे आदिवासियों जमीन से चिपके हुए हैं। चूंकि सड़क नहीं है, प्रशासन चाहे तो कुछ भी नहीं कर सकता।
कुछ साल पहले, पीताम्बर भोई पहला वीडियो थे, जिन्होंने गाँव के लोगों को सरकारी सुविधाएं देने की कोशिश किये थे। वे स्वयं पैदल चलकर बारगुडा गाँव गए और लोगों को समझाया कि अगर वे पहाड़ी से नीचे आए तो उनके लिए सब कुछ किया जाएगा। वहां के आदिवासी लोग समझ नहीं पाए। उनका कहना था कि, गाँव की मिट्टी, ‘धरनी’ को नहीं छोड़ सकते, अन्यथा धरनी देवता क्रोधित होंगे। उसके बाद श्री भोई का ट्रांसफर हुआ, और आदिवासियों की स्थिति में सुधार की सभी उम्मीदों पर पानी फिर गया।
वर्तमान के बीडीओ जितेंद्र कुमार मिश्र भी लांजीगढ़ ब्लॉक में जॉइन करने के बाद कई दूरदराज के गांवों में जा रहे हैं और लोगों की दुर्दशा को समझते हैं। कुछ दिन पहले वह बारगुडा पहुंचे थे और लोगों को स्थिति बताई थी। लोग बड़ी मुश्किल से समझे। वह नीचे आने को तैयार हो गए। तब श्री मिश्र की जिम्मेदारियां बढ़ गईं। उन्होंने आदिवासियों के हित के लिए अपने प्रयास शुरू किए। उनका ड्रीम प्रोजेक्ट ‘आवास नगर’ शुरू हुआ। इसे स्थापित करने के लिए तहसीलदार के साथ दिआलबाहाली में एक साइट की पहचान की गई। अभी उस काम जोरों पर है।
16 परिवारों के लिए 16 घर निर्माणाधीन हैं। उनके लिए सड़क, पेयजल और बिजली उपलब्ध कराया जाएगा। एक गाँव की सभी सुविधाएँ वहाँ बनाई जाएंगी, साथ में ‘धरनी गुड़ी’ भी, जो आदिवासियों की धार्मिक भावनाओं का प्रतीक हैं। निर्माण कार्य में 30 मिस्त्री और 52 मजदूर कार्यरत हैं। निर्माण अब पूरा होने वाला है। चार पांच जूनियर इंजीनियर पर्यवेक्षण के लिए नियोजित हैं। वीडिओ श्री मिश्र खुद सुबह शाम घरों में पानी डाल रहे हैं। उनके प्रयासों की व्यापक रूप से प्रशंसा की गई है।
कालाहांडी ज़िला लांजीगढ़ से दुःखीश्याम नाग की रिपोर्ट Yadu News Nation