कोलकाता (वर्धमान जैन): तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम, साउथ कोलकाता और पूर्वांचल कोलकाता के संयुक्त प्रयास से वर्तमान समय के कॉरपोरेट वर्ल्ड की सबसे बड़ी उलझन को समझने एवम उसके समाधान के लिए एक कार्यशाला का आयोजन को श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महासभा के “भिक्षु ग्रंथागार” में किया गया।कार्यक्रम का संयोजन एवं कुशल संचालन टीपीएफ साउथ कोलकाता के कर्मठ, ऊर्जावान अध्यक्ष श्री आलोक चोपड़ा ने किया। उन्होंने अपने स्वागत वक्तव्य में सभी का स्वागत करते हुए टीपीएफ के मूलमंत्र “हमारा संघ हमारा दायित्व” के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। कार्यक्रम की शुरूआत टीपीएफ साउथ कोलकाता की फेमिना कन्वेनर श्रीमती कंचन सिरोहिया ने मंगलाचरण के पावन संगान से की। इसके पश्चात टीपीएफ पूर्वांचल कोलकाता के श्री निशांत बैद ने कार्यक्रम के “प्रमुख वक्ता श्री मोहन राम गोयनका” का परिचय कराया। इसके पश्चात गोयनका जी ने बड़ी ही कुशलता से वर्तमान समय में आरओसी की तरफ से आ रही कंपनियों को नोटिसेज की जानकारी एवम इस विषय की बारिकियों को समझाकर सबका मार्गदर्शन किया। उन्होंने एक-एक पहलू को सामने रख उसके समाधान का बखूबी उपाय बताया, जिससे समाज के लोग आयकर और कम्पनी एक्ट की बारिकियों को सरलता से समझकर अपना कार्य बखूबी कर सके। अंत में उन्होंने सभी की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
इसके पश्चात टीपीएफ के ट्रस्टी श्री जयचंद मालू ने कार्यक्रम की भरपूर सराहना की और ऐसे जानकारीमूलक कार्यक्रम करने की प्रेरणा भी दी। आभार ज्ञापन की श्रृंखला में टीपीएफ पूर्वांचल कोलकाता के ऊर्जावान एवम कर्मठ अध्यक्ष श्री प्रवीण सुराना ने श्री गोयनका का तहे दिल से आभार जताया। महासभा को उनके हर संभव मदद एवम स्थान के लिए आभार ज्ञापन किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया, जिन्होंने कार्यक्रम में आकर इसको सफल बनाने में अपना योगदान दिया। सुराना जी ने भी भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई। इस कार्यक्रम में गरिमामय उपस्थिति टीपीएफ के ट्रस्टी श्री जयचंद मालू, कोलकाता सभा के मंत्री श्री अजय भंसाली, टीपीएफ कोलकाता के निवर्तमान अध्यक्ष श्री कमल जैन, टीपीएफ साउथ हावड़ा के अध्यक्ष श्री मनोज सेठिया एवं अन्य सदस्यों की रही।कार्यक्रम को सफल बनाने में कन्वेनर श्री रोहित दूगड़ एवं श्री निशांत बैद का उल्लेखनीय योगदान रहा।