रायपुर: पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षा 25 जनवरी से शुरू होने वाली है। विश्वविद्यालय ने ऑफलाइन एग्जाम लेने की तैयारी की है। यानी छात्रों को केंद्र में आकर पेपर देना होगा। लेकिन कोरोना के मामले बढ़ने के बाद अब इसका विरोध भी शुरू हो गया है। छात्र घर से पेपर लिखने की अनुमित मांग रहे हैं।
उनका कहना है कि पिछली बार कोरोना को लेकर कुछ ऐसी ही स्थिति थी, तब घर बैठकर पेपर दिया था। इस बार भी ऐसा ही हो। इस बीच, रविवि के अफसरों का कहना है कि इस बार परीक्षाओं का आयोजन ऑफलाइन मोड में किया जाएगा। इसके लिए तैयारी की जा रही है। इसके लिए शासन से सहमति ली जाएगी। इनके निर्देश के अनुसार परीक्षाएं आयोजित की जाएगी। तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा 25 जनवरी से और प्रथम सेमेस्टर की 11 फरवरी से होगी।
कुछ दिन पहले इसके लिए समय-सारणी जारी की गई है। पिछली बार कोरोना संक्रमण का खतरा देखते हुए परीक्षाओं का पैटर्न बदला गया था। छात्रों को घर से पेपर लिखकर जमा करने की सुविधा दी गई। सभी सेमेस्टर परीक्षाएं इसी फार्मूले से हुई। लेकिन इस बार प्रवेश के बाद ही विश्वविद्यालय से यह कहा गया कि आगामी सेमेस्टर परीक्षाएं ऑफलाइन मोड में होगी। छात्रों को केंद्र में आकर पेपर देना होगा। इसके अनुसार कक्षाएं भी लगी। अब भी कॉलेजों में पढ़ाई ऑफलाइन मोड में ही हो रही है। इसे देखते हुए संभावना है कि इस बार की सेमेस्टर परीक्षा छात्रों को केंद्र में आकर देना होगा। परीक्षा को लेकर जल्द ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
छात्र संगठन ने सौंपा ज्ञापन
सेमेस्टर परीक्षा में इस बार भी छात्रों को घर से पेपर लिखने की सुविधा दी जाए। इस मांग को लेकर भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने रविवि प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा। एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने बताया कि कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसी स्थिति में तीन घंटे तक बैठकर पेपर देने में छात्रों को परेशानी हो सकती है। पिछली बार भी जब कोरोना के मामले बढ़े थे तब भी केंद्र में पेपर नहीं हुए थे। इस बार भी छात्रहित को देखते हुए यही सुविधा दी जानी चाहिए।
कॉलेजों में भीड़, संक्रमण का खतरा कोरोना की वजह से भले ही स्कूलों में ऑफलाइन पढ़ाई बंद है, लेकिन कॉलेज अब भी खुले हैं। यहां कक्षाएं लग रही हैं। परीक्षा फार्म जमा किए जा रहे हैं। हालांकि, कोरोना बढ़ने से छात्रों की उपस्थिति कम हुई है। कोरोना के मामले ऐसे ही बढ़े तो कुछ दिनों में कॉलेजों में भी ऑफलाइन पढ़ाई बंद की जा सकती है।
छत्तीसगढ़ स्टेट हेड उमेश यादव की रिपोर्ट Yadu News Nation