अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव।
अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।
अग्नि पुराण के अनुसार अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है। इस दिन सबसे पहले स्नान करने के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करके इस व्रत का संकल्प लें। इसके बाद मंदिर में कलश स्थापना करके भगवान विष्णु की तस्वीर लगाएं। अब एक डोरी को कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगकर इसमें 14 गांठें सगा लें। अब इसे भगवान विष्णु जी को चढ़ाकर पूजा शुरू करें। माना जाता है इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा करने और अनंत सूत्र को बांधने से जीवन की सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के अनुसार अनंत चतुर्दशी का व्रत करने से मनुष्य के जीवन के सभी कष्टों दूर होते हैं लेकिन अनंत चतुर्दशी व्रत के नियमों का पालन किए बिना आप इसे पूर्ण नहीं कर सकते हैं।
हिंदू धर्म में अनंत चतुर्दशी का बड़ा महत्व माना गया है। अनंत चतुर्दशी की पूजा ग्रहों की अशुभता को भी दूर करती है। कुंडली में काल सर्प दोष होने पर इस दिन पूजा करने से लाभ मिलता है। अनंत चतुर्दशी की पूजा जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करती है।
इस वर्ष अनंत चतुर्दशी का यह व्रत 1 सितंबर 2020 को रखा जाएगा। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है।
अनंत चतुर्दशी पूजा शुभ मुहूर्त:
01 सितंबर की सुबह 05 बजकर 59 से 09 बजकर 41 मिनट तक अनंत चतुर्दशी की पूजा का मुहूर्त है।