काठमांडू: नेपाल के आम चुनाव में किसी भी दल को बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। इससे देश में चुनाव बाद गठबंधन बनाने के लिए सरगर्मी तेज हो गई है। इस बीच प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा लगातार सातवीं बार पश्चिमी नेपाल के डडेलधुरा निर्वाचन क्षेत्र से भारी मतों से चुनाव जीत गए हैं। उनकी पार्टी प्रतिनिधि सभा में 10 सीटें जीत चुकी है, वहीं 46 अन्य सीटों पर आगे चल रही है। वहीं विपक्षी केपी ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल ने 3 सीटों पर जीत दर्ज की है और 42 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। टीवी स्टार रबी लामिछाने की राष्ट्रीय स्वतंत्रता पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करके सभी दलों को चौंका दिया है। काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक सभी दलों ने नए गठबंधन को लेकर चर्चा तेज कर दी है। इस पूरी बातचीत में मुख्य मुद्दा प्रधानमंत्री पद की कुर्सी बना रहेगा। नेपाली कांग्रेस के महासचिव गगन थापा फिर से संसद के लिए चुन लिए गए हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान खुद को प्रधानमंत्री पद के दावेदार के रूप में पेश किया था। गगन थापा ने मंगलवार को अपनी जीत के बाद दिए भाषण में पीएम बनने की इच्छा को दोहराया। गगन थापा ने कहा, ‘आज से मैं नेपाली कांग्रेस के संसदीय पार्टी के चुनाव की तैयारी शुरू करूंगा।’ प्रधानमंत्री बनने के लिए गगन थापा को इस चुनाव में जीत हासिल करना जरूरी है।
गगन थापा चौथी बार नेपाल की संसद के लिए चुने गए हैं। थापा के इस दावे से अब प्रधानमंत्री शेर बहादुर के लिए मुश्किल बढ़ना तय है। सत्तारूढ़ नेपाली कांग्रेस के चार्टर के मुताबिक केवल संसदीय पार्टी में चुना गया नेता ही प्रधानमंत्री पद के लिए दावा कर सकता है। यही नहीं गगन थापा के अलावा राम चंद्र पौडयाल और प्रकाश मान सिंह भी प्रधानमंत्री बनने की तमन्ना रखते हैं। नेपाली कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी में विरोधी गुट शेखर कोईराला के खेमे से आने वाले गगन थापा को अपने पहले अपने गुट का ही समर्थन हासिल करना होगा। उन्होंने कहा कि यह कहना अभी बहुत जल्दबाजी होगा कि कौन नेपाल का प्रधानमंत्री बनेगा।नेपाली कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा कि वर्तमान सत्तारूढ़ गठबंधन बना रहेगा, यह अभी निश्चित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि कमल थापा एक बड़े दावेदार जरूर हैं लेकिन पूरे चुनाव परिणाम आने तक कुछ भी कहना जल्दीबाजी होगा। कमल थापा ने अपनी दावेदारी के लिए पार्टी के अंदर समर्थन जुटाना शुरू कर दिया है। वहीं राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि जनता के समर्थन और कई नेताओं के साथ के बाद भी गगन थापा का प्रधानमंत्री बन पाना अभी बहुत मुश्किल है। नेपाली कांग्रेस देश की कुल 165 सीटों में से 91 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। अभी उसे संसद में सबसे बड़ी पार्टी बनने के लिए ओली की पार्टी से जूझना पड़ रहा है। नेपाली कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उनके गठबंधन में शामिल अन्य दलों के वोट ट्रांसफर नहीं हुए, इस वजह से वे पिछड़ गए हैं।
