वॉशिंगटन: अमेरिका और रूस पहली बार परमाणु संधि पर एक साथ आने वाले हैं। अमेरिकी विदेश विभाग की तरफ से बताया गया है कि दोनों देश एकमात्र परमाणु संधि पर वार्ता को राजी हैं। यह पहला मौका होगा जब ये दोनों देश इस मसले पर किसी तरह की बातचीत करने को तैयार हुए हैं। अमेरिका और रूस के बीच START संधि है और दोनों देशों ने साल 2026 तक के लिये न्यू स्टार्ट संधि की हुई है। इस संधि के तहत अमेरिका और रूस अपने परमाणु हथियारों की तैनाती को सीमित रखेंगे। दोनों के पास दुनिया में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार हैं। रूस के पास जहां 6, 257 परमाणु हथियार हैं जबकि अमेरिका के पास 5,550 ही है।
इस साल की शुरुआत में अमेरिका ने निरीक्षण बहाल करने की कोशिशें की थीं लेकिन उस समय इस फैसले में काफी जटिलता आ गई। रूस ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह रूस को अमेरिकी सीमा से दूर रखना चाहता है। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस की मानें तो ऐसे समय में जब अमेरिकी प्रतिबंध रूस पर जारी हैं और यूक्रेन के साथ जंग की वजह से नये प्रतिबंध लगा दिये गए हैं, यह खबर उत्साह बढ़ाने वाली है।इस संधि के तहत होने वाली मीटिंग द्विपक्षीय परामर्श आयोग (BCC) के शीर्षक के साथ होगी। बीसीसी आखिरी बार अक्टूबर 2021 में आयोजित हुई थी। इस संधि के तहत दोनों देशों बस 1550 परमाणु हथियारों को डिलीवरी सिस्टम पर तैनात कर सकते हें। इन हथियारों में इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल, पनडुब्बी से लॉन्च हो सकने वाली बैलेस्टिक मिसाइलें और बॉम्बर्स की तैनाती की भी मंजूरी है।

