पुलिस ने एक छोटा-सा बयान जारी कर बताया कि चिट्ठी बेनेट और उनके परिवार के लिए थी जिसमें एक कारतूस भी था। प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार ने मंगलवार को कहा, ‘प्रधानमंत्री और उनके परिवार (Naftali Bennett and Family) को जान से मारने की धमकी देने वाला पत्र और कारतूस मिलने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने बेनेट के परिवार की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार ईकाई को मजबूत करने का फैसला किया है।’ इजरायली अखबार ‘हारेत्ज़’ ऑनलाइन ने एक सूत्र के हवाले से कहा है कि चिट्ठी को बेनेट के रानाना आवास या यरूशलम स्थित आधिकारिक निवास पर नहीं भेजा गया है बल्कि प्रधानमंत्री की पत्नी गिलत बेनेट के पुराने दफ्तर पर भेजा गया था। सूत्रों ने बताया कि उन्होंने परिवार को पत्र के बारे में सूचित किया जिसने ‘शिन बेट’ को काम पर लगाया। खबर में कहा गया है कि पत्र में दंपति के 16 वर्षीय बेटे यौनी का जिक्र है और कहा है कि ‘हम तुम तक पहुंचेंगे।’
बेनेट ने अपने सोशल मीडिया पेज पर साझा किए गए बयान में कहा कि राजनीतिक मतभेद कितना ही गहरा क्यों न हो बात हिंसा की नहीं होनी चाहिए, जान से मारने की धमकियां नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमें नेताओं और नागरिकों के रूप में सब कुछ करना है, जो इस देश में अपने भविष्य और अपने बच्चों के भविष्य की परवाह करते हैं, ताकि ऐसी घटनाएं न हों।’ बेनेट ने अगले हफ्ते इजरायल के स्वतंत्रता दिवस और आतंकवाद की वजह से जान गंवाने वाले सैनिकों और लोगों की याद में मनाए जाने वाले ‘मेमोरियल डे’ से पहले राजनीतिक विमर्श की तपिश को कम करने का आग्रह किया है, खासकर सोशल मीडिया पर। बता दें कि पिछले कुछ दिनों से इजरायली सुरक्षाबलों और फीलीस्तीनियों के बीच संघर्ष में भी इजाफा देखने को मिला है।