नई दिल्ली: चीन की पीपुल्स लिबरेशन ऑर्मी लाइन ऑफ कंट्रोल पर शानदार घर, सड़क निर्माण सहित कई अहम निर्माण कार्य करने में सफल रही है। माना जा रहा है कि चीन ने यह निर्माण कार्य सैन्य नेटवर्क को बेहतर करने की रणनीति के तहत किया है। यह निर्माण भारत के साथ पूर्वी लद्दाख में चल रहे टकराव के बीच किया गया है, लिहाजा यह कई मायनो में अहम है। इन मॉडर्न गांव को चीने के सैन्य क्षेत्र के विस्तार के रुप में देखा जा रहा है। दरअसल एलएसी के पास जो लोग रहते हैं वह भारत और चीन की सीमा के बेहद करीब हैं लिहाजा कई मायनों में इनकी यहां मौजूदगी और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर अहम है।
अधिकतर जिन गांवों को चीन की सेना ने एलएसी पर बसाया है वह अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के करीब हैं। माना जा रहा है कि 2017 में डोकलाम विवाद के बाद इन गावों को यहां बसाया गया है। अहम बात यह है कि यहां आबादी तकरीब ना के बराबर है, लेकिन बावजूद इसके यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर किया गया है, अब ये गांव चीन की धोखा देने की रणनीति के तहत स्थापित किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार यहां मिलिट्री स्टोरेज, बंकर आदि भी देखे गए हैं, यहां अभी भी काफी निर्माण कार्य जारी है। सामान्य तौर पर इन गांवों में टोही टावर भी हैं।
चीन ने पहले ही इस तरह के दो दर्जन इंटीग्रेटेड गांव को अरुणाचल प्रदेश और सिक्कीम के पास बसाया रखा है। कुछ गांवों को पहले बसाया गया था, लेकिन अब यहां फोर लेन सड़क का निर्माण किया गया है। जिस तरह से पीएलए ने इस रणनीतिक क्षेत्र में इतना बड़ा निर्माण कार्य कराया है उससे चीन की सेना को इस इलाके में रणनीतिक बढ़त हासिल हो सकती है। चीन के साथ विवाद के बीच भारत भी कुछ इसी तरह के आक्रामक कदम उठा रहा है और एलएसी के करीब कुछ चुनिंदा इलाकों में पर्यटकों को जाने की इजाजत दी जा रही है।