वॉशिंगटन : रूस ने औपचारिक रूप से अमेरिका को बताया है कि वह अपने परमाणु बलों के साथ अभ्यास शुरू करने वाला है। अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। रूस का परमाणु अभ्यास ऐसे समय पर होने जा रहा है जब यूक्रेन युद्ध में तनाव अचानक बढ़ गया है। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर विनाशकारी डर्टी बम के इस्तेमाल की योजना बनाने का आरोप लगा रहे हैं। जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने चेतावनी दी है कि अगर मॉस्को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है तो यह उसकी बहुत बड़ी गलती होगी। यूक्रेन में व्लादिमीर पुतिन की सेनाओं को एक के बाद एक झटके मिल रहे हैं। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि पुतिन जंग का रुख बदलने के लिए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
डेलीमेल की खबर के अनुसार, मॉस्को ने दावा किया है कि यूक्रेन रूस पर आरोप लगाने के लिए फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन के रूप में अपनी धरती पर ‘डर्टी बम’ के इस्तेमाल की तैयारी कर रहा है। हालांकि रूस ने इस संबंध में कोई सबूत पेश नहीं किया है। रेडियोएक्टिव पदार्थ से बना ‘डर्टी बम’ से परमाणु बम जैसा भयावह विनाश नहीं होता, लेकिन इससे बड़े क्षेत्र में विकिरण प्रदूषण फैल जाता है। अब रूस ने परमाणु बलों के साथ अभ्यास की चेतावनी देकर बड़ा दांव चला है।
रूस ने घोषणा की है कि उसकी सेनाएं अभ्यास शुरू करने जा रही हैं जिसमें संभवतः बैलिस्टिक मिसाइलों के टेस्ट लॉन्च शामिल होंगे। अमेरिकी वायु सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक राइडर ने एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, ‘अमेरिका को सूचित किया गया है, और जैसा हमने पहले बताया था, यह रूस का नियमित वार्षिक अभ्यास है।’ वार्षिक युद्धाभ्यास में आमतौर पर 10 हजार से अधिक सेवाकर्मी, सैकड़ों लॉन्चर और 100 से अधिक विमान शामिल होते हैं।
इस साल रूस अतिरिक्त हथियारों के साथ अभ्यास करने जा रहा है। वाइट हाउस में बाइडन से रूस के परमाणु हथियार इस्तेमाल करने की आशंकाओं के बारे में पूछा गया। कोरोना वायरस बूस्टर शॉट लगवाने के बाद उन्होंने कहा कि, ‘सामरिक परमाणु हथियार का इस्तेमाल करके रूस भारी गलती करेगा।’ उन्होंने कहा कि मैं आपको गारंटी नहीं दे रहा हूं कि यह एक फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन होगा। मुझे नहीं पता। लेकिन यह एक गंभीर गलती होगी।