पुदुचेरी: मशहूर ओड़िआ और अंग्रेजी लेखक 87 वर्षीय मनोज दास का निधन हो गया है। उन्हें पुदुचेरी आश्रम अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। वह लंबे समय से बीमार थे। बालेश्वर जिले के शंखारी गाँव में 27 फरवरी 1934 को पैदा हुए मनोज दास कई वर्षों से पुदुचेरी में श्रीमा अरबिंद आश्रम में अध्यापन कर रहे थे। उनके प्रमुख कृतियों में गोधुलीर बाघ, शेष बसंतर चिठी, आकाशर इशारा, अमृत फल, शेष तांत्रिकर संधानरे, आरण्यक, लक्ष्मीर अभिसार, आबू पुरुष, अरण्य उल्लास आदि शामिल हैं। उन्हें पाँच विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट और भारत सरकार से पद्म भूषण प्राप्त हुआ। उन्हें ओड़िशा साहित्य एकाडेमी के सर्वोच्च अतिबड़ी जगन्नाथ दास सम्मान, पद्म श्री, सरस्वती पुरस्कार और साहित्य अकादमी फैलोशिप भी मिली।