कलाहांडी, यदु न्यूज नेशन (लिंगराज मिश्र): ग्रामीण महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए भवानीपटना अंचल के राक्सी पंचायत में “महिला सशक्तिकरण एवं सिलाई प्रशिक्षण केंद्र” का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत मां शारदे एवं भारत माता के चित्र पर पुष्पांजलि, दीप प्रज्वलन, ओंकार तथा गायत्री मंत्र के साथ हुई, जिससे वातावरण में एक पवित्र ऊर्जा का संचार हुआ।
इस उद्घाटन समारोह में राक्सी पंचायत के सरपंच जेमंत पोढ, सरिऑ पंचायत के सरपंच ओमप्रकाश छत्रिआ, अंचल समिति अध्यक्ष राजकुमार खेतान तथा ग्राम समिति के अन्य सदस्यों ने संयुक्त रूप से केंद्र का उद्घाटन किया। इसके पश्चात एकल ग्रामोत्थान फाउंडेशन (दिल्ली) के अधिकारियों, ग्रामोत्थान योजना के पदाधिकारियों एवं ऑनलाइन माध्यम से जुड़े दानदाताओं का परिचय कराया गया।
मुख्य वक्तव्य में सरपंच जेमंत पोढ ने कहा, “इस सिलाई प्रशिक्षण केंद्र के माध्यम से राक्सी की माताएं और बहनें स्वरोजगार हेतु आवश्यक कौशल प्राप्त कर सकेंगी, जिससे उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता के साथ-साथ सामाजिक पहचान भी मजबूत होगी।”
ऑनलाइन माध्यम से जुड़े अतिथि अशोक गांधी ने युवतियों से केंद्र को सफलतापूर्वक संचालित करने का आह्वान किया और बताया कि ग्रामोत्थान का यह पहला प्रयास है, जिसे भविष्य में विभिन्न आयामों में विस्तारित किया जाएगा।
सह-योजना प्रमुख अर्जुन शर्मा ने बताया कि एकल ग्रामोत्थान फाउंडेशन की नींव ओडिशा से ही रखी गई थी और अब यह योजना पूरे देश में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है।
इस अवसर पर केंद्रीय सह-योजना प्रमुख लालमोहन महतो, छत्तीसगढ़ स्टेट कोऑर्डिनेटर पंकज दास, ओडिशा स्टेट कोऑर्डिनेटर रंजीत कुमार, भवानीपटना अंचल एकल अभियान के सचिव राजकुमार खेतान, संच समिति के सदस्य सारथी भोई, विष्णु चरण, रोमांचल धंगडामाझी, निर्मल रणा तथा सिलाई प्रशिक्षिका अंबिका धंगडामाझी सहित सिलाई प्रशिक्षणार्थी एवं एकल अभियान के पूर्णकालिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के अंत में यह जानकारी दी गई कि इस केंद्र के माध्यम से प्रथम चरण में सिलाई प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि महिलाएँ छोटे स्तर पर उद्योग या घरेलू उत्पादन इकाई प्रारंभ कर सकें। भविष्य में कढ़ाई, बुनाई, डिजाइनिंग तथा विपणन से संबंधित कार्यशालाएं आयोजित कर इस केंद्र को एक संपूर्ण महिला उद्यमिता केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है।
यह पहल न केवल कलाहांडी जिले की महिलाओं को नई ऊर्जा और अवसर प्रदान करेगी, बल्कि समग्र ग्रामीण विकास के लिए भी प्रेरक सिद्ध होगी।