नई दिल्ली: असम में कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है. कार्यकारी अध्यक्ष राणा गोस्वामी ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. उन्होंने बुधवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. कांग्रेस छोड़ने के बाद से उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. बीजेपी में शामिल होते ही राणा गोस्वामी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
राणा गोस्वामी ने बताया, कांग्रेस छोड़ने की क्या रही वजह
बीजेपी में शामिल होने के बाद राणा गोस्वामी ने कहा, कुछ न कुछ होता रहता है, इसलिए मुझे कांग्रेस पार्टी छोड़नी पड़ी. मैं 7 साल तक पार्टी का सचिव भी रहा हूं, मैंने गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियंका गांधी के साथ काम किया. गुलाम नबी आजाद और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पार्टी छोड़ दी. उसी तरह उनका अनुसरण करते हुए मैंने भी पार्टी छोड़ दी है.
असम कांग्रेस मुक्त हो रहा : पीयूष हजारिका
राणा गोस्वामी के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने पर असम के मंत्री पीयूष हजारिका ने अपनी प्रतिक्रिया दी और ट्वीट किया. उन्होंने एक्स पर लिखा, असम कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राणा गोस्वामी डंगोरिया आज भाजपा में शामिल हो गए. कुछ दिन पहले असम कांग्रेस के एक और कार्यकारी अध्यक्ष कमलाख्या पुरकायस्थ ने हमारी डबल इंजन सरकार का समर्थन किया था. असम, कांग्रेस मुक्त हो रहा है.
राणा गोस्वामी ने विभिन्न राजनीतिक कारणों का हवाला देकर कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
कांग्रेस की असम इकाई के दिग्गज नेता राणा गोस्वामी ने बुधवार को विभिन्न राजनीतिक कारणों का हवाला देकर अपना इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने के बाद राणा दिल्ली रवाना हो गए थे. कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल को लिखे पत्र में उन्होंने कहा था, मैं यह कहना चाहता हूं कि मैं असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष और कांग्रेस के एक सक्रिय सदस्य के रूप में अपना इस्तीफा दे रहा हूं.