तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के पूर्व सांसद डॉ. बूरा नरसैय्या गौड़ ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. टीआरएस के पूर्व सांसद ने तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव को अपना त्यागपत्र सौंपा है. वहीं, न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि टीआरएस के नेता और भोंगिर से पूर्व सांसद बूरा नरसैय्या गौड़ के जल्द ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल होने की उम्मीद है.
सूत्रों के अनुसार, बूरा नरसैय्या गौड़ पहले ही दिल्ली में बीजेपी के तेलंगाना प्रभारी तरुण चुग से कई बार मिल चुके हैं. इसके अलावा, उन्होंने कल यानि शुक्रवार को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मुलाकात की थी. डॉ. नरसैय्या ने कहा कि उन्होंने अपने त्यागपत्र में सीएम केसीआर की आलोचना नहीं की. मैंने केवल तथ्य लिखे हैं. उन्होंने कहा कि टीआरएस से अलग होते हुए मुझे बहुत दर्द हुआ है. मैं निजी संबंधों की वजह से टीआरएस में था, नहीं तो बहुत पहले पार्टी छोड़ देता.
इधर, न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट में बीजेपी के करीबी सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि तेलंगाना की जनता बदलाव चाहती है. भ्रष्टाचार जैसे कई मुद्दे हैं, भाई-भतीजावाद, अहंकार और संविधान के खिलाफ बोलना, इन सभी वजहों से जनता केसीआर से तंग आ चुकी है. इस बार जनता ने बीजेपी को वोट देने का पूरा मूड बना लिया है. इसके अलावा, केसीआर ने बंगारू तेलंगाना के सपनों के नक्शे को पूरा करने का अपना वादा भी पूरा नहीं किया. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अपने हाथ के निशान पर लड़ती है, लेकिन चुनाव के बाद केसीआर में शामिल होकर कार पर बैठ जाती है. ऐसे में लोगों को पता है कि कांग्रेस का अपना वोट करने का मतलब टीआरएस को वोट देना है.
वहीं, बीजेपी अपनी विकास योजनाओं को लेकर लोगों के बीच जा रही है. साथ ही पार्टी जी किशन रेड्डी, डीके अरुणा, जितेंद्र रेड्डी और परमिंदर जैसे नेताओं को बढ़ावा दे रही है. अब बूरा नरसैय्या गौड़ के शामिल होने से गौड़ के मतदाता प्रभावित होंगे. सूत्रों ने कहा कि समुदाय और पार्टी के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा.