कालाहांडी जिला युवा यादव महासभा के अभिनंदन समारोह
कालाहांडी (ओडीशा): यदु वंश की एक विस्तृत ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है। वेदों से लेकर पुराणों तक यदु वंश के गैरावमय गाथा पर आधारित हैं। भगवान कृष्ण ने यदु वंश में जन्म लिया और इस राष्ट्र को आशीर्वाद दिया। यदु वंश के कई महान व्यक्तित्वों के साथ-साथ भगवान कृष्ण के आदर्शों से प्रेरित होकर, यादव वंश ने मानव समाज को शांति, मित्रता, करुणा, क्षमा, वीरता और देशभक्ति की एक नई दिशा दी है।
यादवों ने आर्यबर्त्त के विभिन्न भागों पर शासन करते थे। हालांकि, समय बीतने के साथ, यह जात अपने पूर्व गौरव को भूल रहा है, इसलिए यादवों को संगठित होने और सभी क्षेत्रों में अपने अधिकारों का दावा करने की आवश्यकता है। कालाहांडी जिला युवा यादव महासभा के अभिनंदन समारोह में अतिथियों ने यह विचार व्यक्त की।
कालाहांडी जिला युवा यादव महासभा ने आज केसिंगा अग्रसेन भवन में अभिनंदन समारोह आयोजित किया। पिछले पंचायत और नगर निगम चुनाव में विजयी रहे यादवों का अभिनंदन किया गया। समारोह की अध्यक्षता कालाहांडी जिला युवा यादव महासभा के अध्यक्ष गोविंद बनछोर ने की।
इस मे मुख्य अतिथि के तौर पर धर्मगढ़ विधायक मौषधि बाग, मुख्य वक्ता के तौर पर कालाहांडी ज़िला यादव महासभा के महासचिव संजय धंगड़ामाझी, सम्मानित अतिथि के तौर पर भवानीपटना पोर परिसद अध्यक्ष संजुक्ता बेहेरा, उत्कल यादव महासभा के महिला शाखा उपाध्यक्ष सुश्री शुभलक्ष्मी नायक, उत्कल यादव महासभा के उपाध्यक्ष सकित रते, महासचिव कीर्तन नायक, संपादक धनेश्वर भाटी, कालाहांडी जिला यादव महासभा उपाध्यक्ष दुल्लभ माहार, जिला यादव महासभा उपाध्यक्ष और केसिंगा एनएसी अध्यक्ष नृपराज यादव, कालाहांडी जिला यादव महासभा के उपाध्यक्ष अरूपानंद नाग और नरेंद्र बाग, कालाहांडी जिला यादव महासभा के महिला शाखा के अध्यक्ष इला सेलमा, पूर्व जिलाध्यक्ष डंबरूधर लहजल, वरिष्ठ यादव नेता महेंद्र नाएक, टंकधर भोई, जहरलाल बा और मीनकेतन बाग आदि यादव प्रतिनिधिमंडल में शामिल हुए।
प्रखंड अध्यक्ष, जिला यादव महासभा एवं उत्कल यादव महासभा के कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। समारोह संचालन युवा लेखक सुधीर कुमार धंगड़ामाझी और कालाहांडी जिला युवा यादव महासभा के महासचिव लिंगराज बेहेरा ने किया।
अंत में कालाहांडी जिला युवा यादव महासभा के उपाध्यक्ष सुनील कुमार धंगड़ामाझी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस समारोह में जिले के 13 ब्लॉक समितियों के कार्यकर्ता और विभिन्न हिस्सों से यादवों ने भाग लिया।