देवभोग पुलिस ने की कार्रवाई
रायपुर: देवभोग पुलिस ने ‘आशा समाज’ उत्थान संस्थान के प्रदेश प्रभारी और जिला प्रभारी को लोन के नाम पर लोगों को झांसे में देकर धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420,34 भादवि के तहत गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है ।
देवभोग थाना प्रभारी हर्षवर्धन सिंह बैस ने प्रेस विज्ञप्ति कर बताया कि पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुखनंदन राठौर के मार्गदर्शन में और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस रूपेश कुमार डांडे के पयवेक्षण में वर्तमान में आम नागरिकों एवम भोले भाले जनता को धोखे में रखकर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देकर फरार होने वाले आरोपियों के विरुद्ध देवभोग पुलिस ने कार्रवाई किया।
थाना प्रभारी के मुताबिक फ़र्ज़ी संस्था चलाकर धोखाधड़ी करने वाले 2 आरोपी सुशील चक्रवति और अमरचंद्र बेमाल को गिरफ्तार किया गया। दोनो आरोपी क्षेत्र के भोले भाले ग्रामीणों को 7500 रुपये में नौकरी पर रखकर संस्था द्वारा प्रधानमंत्री कर्ज़ मुक्ति योजना के के तहत आमजनों को लोन देने की बात कहते थे। जिसमे वे कहते थे कि सबसे पहले 15 हज़ार, दूसरे क़िस्त में 50हजार और तीसरे क़िस्त में 1 लाख रुपये एवम चौथे क़िस्त में 5 लाख रुपये के लोन दिए जाने की बात कहते थे। वही लोन का लाभ उठाने वाले प्रत्येक हितग्राही से 1500 रुपये आईडी एवम पासवर्ड शुल्क जमा करने की बात प्राथी एवम अन्य लोगों से कहा गया। इस तरह पैसे का लालच देकर कुल 1090 व्यक्तियों से 1500 रुपये की दर से 16 लाख 35 हज़ार रुपये वसूल कर दोनों आरोपी ने देवभोग में दफ्तर भी डाला था। बकायदा वे 1500 रुपये की रसीद भी दिया करते थे। लेकिन 10 माह बाद भी किसी को लोन की राशि नही मिला, वही दोनो आरोपी तीन माह से दफ्तर बन्दकर भाग गए थे। वही जांच के दौरान पता चला कि इस तरह की योजना से किसी तरह का लोन ही नही मिलता। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को सूचना के आधार पर गिरफ्तार किया।
जारी किए गए विज्ञप्ति में पुलिस ने बताया है कि दोनो आरोपियों ने लोन के पैसे से दो नग आल्टो कार ले लिया था। वही अमरचंद्र बेमाल पल्सर की दो पहिया बाइक भी खरीदा था। वही पुलिस ने दोनों से एक नग कार और बाइक भी जब्त कर लिया है।
छत्तीसगढ़ स्टेट ब्योरो चीफ़ उमेश यादव की रिपोर्ट Yadu News Nation