कोलकाता: पश्चिम बंगाल और ओडिशा में चक्रवाती तूफान ‘यास’ ने भीषण तबाही मचाई है। कोरोना वायरस महामारी के बीच ‘यास’ हजारों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा वहीं कई क्षेत्रों में भारी जानमाल का नुकसान भी हुआ। शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोनों राज्यों में ‘यास’ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा किया। इसके बाद बारी-बारी से उन्होंने ओडिशा और बंगाल के मुख्यमंत्रियों के साथ तूफान से हुए नुकसान पर समीक्षा बैठक भी की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस बैठक में 30 मिनट की देरी से पहुंची थीं।
पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के बाद सीएम ममता बनर्जी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि राज्य में चक्रवात ‘यास’ से हुई तबाही पर मुख्य सचिव ने प्रधानमंत्री को एक रिपोर्ट सौंपी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक में 30 मिनट देरी से पहुंचने की वजह भी बताई है। उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी ने समीक्षा मीटिंग बुलाई थी, मुझे नहीं पता था कि दीघा में हमारी मुलाकात होनी है। हालांकि मैंने कलाईकुंड में उनसे मुलाकात की और उन्हें रिपोर्ट देते हुए दीघा विकास और सुंदरबन विकास के लिए 20,000 करोड़ रुपए और 10,000 करोड़ रुपए की मांग की। मुझे राज्य के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि वे मुझसे मिलना चाहते हैं, इसके बाद मैंने उनकी (पीएम) इजाजत ली और वहां से निकल गई।’
ममता बनर्जी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी ट्वीट पर पीएम मोदी से मुलाकात की जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, हिंगलगंज और सागर में समीक्षा बैठक के बाद मैं प्रधानमंत्री से कलाईकुंडा में मिलीं। वहां उन्हें यास से हुई पश्चिम बंगाल में तबाही से अवगत कराया और आपदा रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद मैं अब दीघा में राहत और बहाली कार्य की समीक्षा करने के लिए आगे बढ़ी हूं। इस बीच यास को लेकर राहत की खबर सामने आ रही है, मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के निदेशक आनंद शंकर ने बताया कि अति गंभीर चक्रवात ‘यास’ ओडिशा-पश्चिम बंगाल तट से क्रास होने के बाद पहले से कमजोर हो गया है।