हेल्दी डाइट के विकल्प के रूप में मल्टीविटामिन पर पूरी तरह से निर्भर रहना सही नहीं है. हालांकि ये आपके डाइट के लिए उपयोगी हो सकते हैं, लेकिन इसे एक कंप्लीट और पौष्टिक खाने के रूप में नहीं लेना चाहिए. ऐसे में यहां जरूरत से ज्यादा मल्टीविटामिन के सेवन से होने वाले प्रभावों के बारे में बताया गया है.
पाचन संबंधी प्रॉबलम
जरूरत से ज्यादा मल्टीविटामिन का सेवन आपके पाचन में समस्या उत्पन्न कर सकता है. कुछ विटामिन और खनिजों, खासकर आयरन और जिंक की ज्यादा खुराक, मतली, दस्त और पेट में ऐंठन सहित गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल असुविधा का कारण बन सकती है.
किडनी स्टोन
विटामिन सी या डी जैसे विटामिनों के ज्यादा सेवन से किडनी स्टोन का खतरा बढ़ सकता है. किडनी में जमा ये दर्दनाक मिनरल्स कैल्शियम या अन्य मिनिरल्स के जमा होने के कारण बन सकते हैं.
मेडिकेशन में दिक्कत
कुछ विटामिन और मिनरल्स आपके द्वारा ली जा रही दवाओं के साथ रिएक्ट कर सकते हैं. उदाहरण के लिए, विटामिन K ब्ल्ड को पतला करने वाली दवाओं में रिएक्ट कर सकता है, जबकि कैल्शियम कुछ एंटीबायोटिक दवाओं के अवशोषण( अब्जॉर्प्शन) को प्रभावित कर सकता है. इस तरह की चीजों से बचने के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेना करना जरूरी है.
हाइपरविटामिनोसिस
हाइपरविटामिनोसिस आपके सिस्टम में एक विशिष्ट विटामिन की बहुत अधिक मात्रा होने की स्थिति को दर्शाता करता है. इसमें मौजूद विटामिन के आधार पर अलग- अलग स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. जैसे कि अत्यधिक विटामिन बी6 सुन्नता और झनझनाहट जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण पैदा कर सकता है.
विटामिन ई और ब्लीडिंग रिस्क
विटामिन ई की ज्यादा सेवन रक्त के थक्के जमने में बाधा उत्पन्न कर सकती है, जिससे संभावित रूप से ब्लीडिंग रिस्क का खतरा बढ़ सकता है. यह उन व्यक्तियों के लिए विशेष रूप से समस्याग्रस्त हो सकता है जो रक्त को पतला करने वाली दवाएं ले रहे हैं या जिन्हें ब्ल्ड क्लॉट की समस्या है.