गिलोय (Giloy को अंग्रेजी में टीनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया( Tinospora cordifolia) कहा जाता है. भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेद में यह एक महत्वपूर्ण औषधि है. इसका आयुर्वेदिक नाम अमृता या अमृतवल्ली है . यह बुखार, डेंगू, जैसी बीमारी में भी अच्छे परिणाम दिखाता है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली, मस्तिष्क को टॉनिक देने वाली और एडाप्टोजेनिक प्रकृति की होती है. इसका सेवन तनाव के स्तर को कम करता है और याददाश्त में सुधार करता है साथ ही मस्तिष्क की शक्ति को बढ़ाता है. गिलोय का रस पीने से वायरल बुखार, पेट की खराबी, खांसी/जुकाम, डेंगू, टाइफाइड से पीड़ित लोगों में काफी सुधार होता है.