
इंसुलिन रेसिस्टेंट और डायबिटीज मेलिटस टाइप 2 के प्रबंधन में भी हिबिस्कस मदद कर सकता है. हिबिस्कस के अर्क में एंटी-इंसुलिन प्रतिरोध गुण हो सकते हैं,जिससे हाई ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को कम कर सकता है.

गुड़हल के पत्तियों में पाया जाने वाला फ्लैवोनॉइड रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है.गुड़हल के फूल के पाउडर का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद कर सकता है.

गुड़हल के पत्तियों में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेट्री गुण श्वसन तंत्र की समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है.गुड़हल में कैल्शियम, आयरन, थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीसेप्टिक, एंटी कैंसर गुण होते हैं. इसमें ऐंठनरोधी गुण होने के कारण यह मांसपेशियों की ऐंठन से राहत दिला सकता है.लैक्सेटिव गुण के कारण यह कब्ज दूर करने में सहायता करता है. इसमें एंटी इन्फ्लामेट्री प्रभाव, एंटी बैक्टीरियल प्रभाव, न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव भी देखा गया है.

गुड़हल के फूल में पाये जाने वाले विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं.

गुड़हल के पत्ते एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं और बच्चों के दस्त रोग के इलाज में मदद कर सकते हैं.

हिबिस्कस बारहमासी फूल वाला पौधा है, जो हर मौसम में उगता है. इसलिए आप साल भर इसके औषधीय गुणों का फायदा उठा सकते हैं.