भवानीपटना : कालाहांडी जिल्ला का नर्ला हस्पताल एक बीजी हस्पताल हे लेकिन बड़े दुर्भाग्य की बात हे की यहाँ पे डाक्टरों की मौजूदगी कई समय पर नहीं पायी जाती। अधिकतर समय यहाँ पर स्टाफ नर्स के हाथो ही प्रसब करवाया जाता हे। मिली जानकारी के अनुसार यहाँ पर डाक्टर नहीं रहने का सबसे बड़ा बजह यह हे की यहाँ डाक्टरों के रहने के लिए कोई ब्यबस्था नहीं दुरसरि और नर्ला हस्पताल को v-1 का मान्यता मिला हे जिसमे डाक्टरों की रहने के लिए सु सुबिधा रहना चाहिए दूसरी और v -1 होने के कारन यहाँ ड्यूटी करने बाले डाक्टरों को बाकि डाक्टरों से बेतन कम मिलने के साथ साथ उनके पि.जी. परिख्या में ग्रेस मार्क कम मिलेगा तो यह भी एक बजह हे . डाक्टरों का कहना हे की कोई सुबिधा भी नहीं और हम हमारा लॉस भी क्यों करे ? इन दौरान नर्ला के इन चार्ज डाक्टर सनत कुमार सत्पथी का ट्रेनिंग के बजह से उनका बदली किया गया खबर प्राप्त हुआ हे इसी बजह से नर्ला के कुछ लोग मिलकर डा अखय कुमार गोछायत को बहुत गुजारिस करने के बाद बह यहाँ आने के लिए तैयार हुए हे ऐसा लोगो ने बताया, वे सन 2016 से लेकर 2019 तक नर्ला हस्पताल में रह कर मरीजों का मन जीता था और लोगो की काफी परेशानियों को दूर करते नजर आये थे ऐसे महान डाक्टर की नर्ला में जरुरत ज्यादा हे और इस बात को सुनने के बाद नर्ला के लोगो में आत्मसन्तुस्टि प्राप्ति हुई ऐसा लोगो में भरी चर्चा होते हुए हार्स और उल्हास मनाया जा रहा देखने को मिलरहा हे. लेकिन कुछ उड़ती खबर यह भी आ रही हे की उनको नर्ला में पोस्टिंग नहीं करेंगे जिल्ला के बड़े आफिसर लोग. इस बात को नर्ला के सभी बुद्धि जीबी तथा बुजुर्गो में भरी मात्रा माँ निंदा जताते हुए कहा हे की मुश्किल से हमने एक डाक्टर को यहाँ रहने को मनाया अभी ये सरकारी बाबू लोग की छेड़खानी नहीं चलेगी और उनका पुनः नर्ला स्थानांतर नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में यह एक आंदोलन का रूप लेगा और लोग रास्ता में आने की चेताबनी दी हे।