पटना (रामजी प्रसाद): दानापुर गोला रोड स्थित विजय विहार कालोनी के.उषा सदन में श्रीकृष्ण परिषद पटना के तत्वावधान में आयोजित प्रख्यात साहित्यकार डाॅ. कुमार विमल की 91वी जयंती विमल विशेष रूप से मनाई गई. इस समारोह की अध्यक्षता भारतीय प्रशानिक से सेवानिवृत्त डाॅ गोरे लाल यादव ने की ,वहीं मंंच संचालन का कार्य वरीय अधिवक्ता श्री कपालेश्वर प्रसाद यादव ने संभाला. श्री गोरे लाल यादव अध्यक्षीय भाषण में डाॅ.प्रोफ़ेसर कुमार विमल के जीवन वृतांत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे जितना शारीरिक रूप से सुंदर थे. उतना ही सुंदर उनकी साहित्य रचना भी रही है.वे आरा एच डी जैैन काॅलेज में हिन्दी के शिक्षक,बिहार लेक सेवा आयोग के चेयरमैन , बिहार बाल श्रमिक आयोग के चेयरमैन, नालंदा खुुला विश्वविद्यालय उप कुलपति रहे वे अपने सेवा अवधि के दौरान और सेवानिवृत्त बाद खुद को वेदांग रखे .भारतीय साहित्कारो में खुद के साहित्य को अलग पहचान दिलाने में कामयाब रहें .इनकी रचना॓ऐ आधूनिक समाज को नई दिशा देने का काम किया ,वहीं राष्ट्रीय हिन्दी प्रचार समिति के वरिष्ठ सभासद श्री वीरेंद्र प्रसाद यादव जी ने उनके ब्यक्तित्व और आत्मक्रित पर विस्तृत चर्चा की.इसके साथ ही हिन्दी के प्रयोग पर जोर दिया . आगे बातें चलें जयंती समारोह को संबोधित करते हुए पेटी आफिसर अशोक कुमार सिंह ने डाॅ कुमार विमल को यादव परिवार का कुलदीप कहा और बिहार राज्य भाषा परिषद के निदेशक से इनकी जयंती और पुन्य तिथि सरकारी स्तर पर मनाऐ जाने का अनुरोध किया है. अन्य सम्मानित सदस्यों में अपनी विचार रखने वालों में सर्व श्री जवाहर प्रसाद यादव निराला, श्रीकांत ब्यास, श्री लाल बहादुर सिंह सहित सैकड़ो सदस्यों की उपस्थित रही।