पटना: इस बार बिहार विधानसभा के चुनाव में लोक जनशक्ति पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी। लंबे समय तक बिहार में लोजपा एनडीए के साथ थी। लेकिन इस बार जदयू के साथ सही तालमेल नहीं बैठने के चलते लोजपा ने खुद को एनडीए से अलग कर लिया है। इसी कड़ी में लोजपा प्रमुख और सांसद चिराग पासवान ने कहा कि जेडीयू से अलग होकर हम महागठबंधन में शामिल हो सकते थे, लेकिन हमने मुश्किल रास्ता चुना और ये बिहार के लिए है। चिराग पासवान ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए बिहार के कई मुद्दों पर बात की।
उन्होंने कहा कि बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट का विजन पीएम मोदी से प्रेरित है। उन्होंने एक बार डबल इंजन की सरकार कहा था। उनकी ये बात इस चुनाव में असर कर सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि न तो बिहार की जनता को और न ही उन्हें सीएम के सात निश्च्य सेकेंड पार्ट में विश्वास है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कोई बात नहीं हुई है। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान ने कहा कि मुझे पीएम मोदी पर पूरा भरोसा है। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने सोमवार को कहा है कि बिहार में अगली सरकार भाजपा के नेतृत्व में बनेगी, जिसमें लोजपा भी शामिल रहेगी। लोजपा के सभी विधायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करेंगे।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में ये भी कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के सीएम कैंडिडेट तेजश्वी यादव मेरे छोटे भाई हैं। उन्हें मेरी शुभकामनायें। लोकतंत्र में जनता के पास ताकत है। अब जनता ही तय करेगी कि उनका नेता कौन होगा। बता दें कि चिराग पासवान ने बिहार की जनता को एक खुला पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने लोगों से साफ शब्दों में अपील की है कि वे जेडीयू को इस बार के चुनाव में वोट न दें।
चिराग पासवान ने अपने पत्र में ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ के अपने अभियान को लेकर भी कई बातें साफ की हैं। वहीं, इस पत्र को सोशल मीडिया के जरिए ट्वीट कर उन्होंने युवाओं को रोजगार और बिहार के विकास की बातें की हैं। चिराग ने लोगों से की गई अपनी अपील में कहा है कि वे जेडीयू को वोट न दें, वरना उनके बच्चों को चुनाव के बाद पलायन के लिए मजबूर होना पड़ेगा।