पटना: राजधानी पटना से सटे नौबतपुर के अजमा गांव में एक अनोखी शादी देखने को मिला। जिस तरह से भौतिकवादी दुनिया में चमक दमक के पीछे लोग भाग रहे हैं जहां पर शादी विवाह और अन्य कार्यक्रमों में फालतू खर्च होता है उसी को लोग अधिक महत्व दे रहे हैं। जिस तरह से शादी विवाह समारोह में और वो रुपया पानी की तरह बहाया जा रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ हमारा बुद्धिजीवी वर्ग भी हजारों वर्षों से चली आ रही पुरानी रीति रिवाज पाखंड और अंधविश्वास वाले दुनिया से किसी भी वर्ग को इसे तोड़ने की हिम्मत नहीं हो रही है। ऐसा लग रहा है भौतिकवादी सुख-सुविधा के चक्कर में हम लोग मानसिक गुलामी की ओर ज्यादा बढ़ते जा हैं इस अंधविश्वास और पाखंड वाली जंजीर को तोड़ने की हिम्मत किसी भी वर्ग में नहीं है तो वही राजधानी पटना से सटे नौबतपुर के आज़मा गांव में एक अनोखी शादी देखने को मिली। सैकड़ों वर्षो से चली आ रही पाखंड और अंधविश्वास को लात मारते हुए एक ऐसे दंपति ने ना कोई चंदन टीका रोड़ी ना कहीं कोई भगवान गणेश लक्ष्मी की मूर्ति के बगैर बिल्कुल ही साधारण तरीके से शादी करने का नया कारनामा कर दिखाया है। लड़का पक्ष और लड़की पक्ष के द्वारा गौतम बुद्ध और संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के फोटो के सामने साक्षी मानकर बौद्ध रीति रिवाज के माध्यम से प्रतिज्ञा पत्र पढ़कर दोनों पक्ष ने शादी की रस्म पूरी की।
पटना से रामजी प्रसाद की रिपोर्ट Yadu News Nation