केसिंगा : महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिस्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ठाणा 3 के सान्निध्य में जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा केसिंगा के तत्वावधान में स्थानीय तेरापंथ भवन में मासखमण तप अभिनंदन समारोह का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नवापाडा के विधायक राजेन्द्र ढोलकिया थे। तपस्विनी श्रीमती सीमा पुरषोत्तम जैन ने 51 दिन की तपस्या व श्रीमती गायत्री शुभंकर जैन ने 31 दिन की तपस्या का प्रत्याख्यान किया ।
अभिनंदन समारोह में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए .मुनि जिनेश कुमार ने कहा- धर्म का पहला व आखिरी कदम तपस्या है। जिस प्रकार दूध में रहे पानी को हंस अलग करता है वैसे ही तप जीवों के कर्म रूपी मल को दूर करता है। तप अस्थिर मन को स्थिर, दुर्बल मन को सबल व वक्र को सरल बनाता है। तपस्या का अर्थ अज्ञान तप नहीं अपितु विवेक पूर्ण अनुष्ठान है । तप सत्यं शिवं सुन्दरम् का समन्वित रूप है । तप साधना की महक व चमक है । तप ज्योति है, तप मोती है ,तप जीवन की पोथी है, तप सिद्धि का सोपान है। तपस्या प्रदर्शन के लिए नहीं आत्म निदर्शन के लिए करनी चाहिए ।
केसिंगा में गुरु कृपा से तपस्या का अच्छा क्रम बना हुआ है ।सीमा देवी जैन ने 51 दिन व गायत्री जैन ने 31 दिन का तप कर अतुल आत्मबल व मनोबल का परिचय दिया है। दोनों तपस्वी साधुवाद के पात्र है। तप में सहयोग देने वाले सभी परिजन भी साधुवाद के पात्र है। इस अवसर पर मुनि परमानंद ने तपस्वियों के तप की अनुमोदना करते हुए तप अभिनंदन में संकल्प ग्रहण करने की बात कही। बाल मुनि कुणाल कुमार जी ने तप गीत का संगान कर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया |
इस अवसर पर विधायक राजेन्द्र ढोलकिया ने तपस्वियों का अभिनंदन करते हुए कहा जैन धर्म में तपस्या का विशेष महत्व है। केसिंगा में संतों के चातुर्मास में बहिनों ने दीर्घ तपस्या व मासखमण तप कर जिनशासन की शोभा बढ़ाई है। आपका उत्साह सराहनीय है।
ओडिशा प्रान्तीय जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष मुकेश जैन ने तप अनुमोदना में विचार व्यक्त किये। इस अवसर स्वागत भाषण तेरापंथ सभा के अध्यक्ष मंगतराम जैन ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ कन्या मण्डल के मंगलाचरण से हुआ ।
तप अनुमोदना में तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा अंकिता जैन ,तेयुप मंत्री विकास जैन, स्थानकवासी संघ के अध्यक्ष बसंत जैन, प्रान्तीय सभा के महामंत्री अनूप जैन, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शुभंकर जैन, रामनिवास जैन, पुरुषोत्तम जैन, खुशी जैन, भिक्षु भजन मण्डली, ज्योति जैन, ममता बंसल, श्रुति बंसल, अनिष्का सिंघल, गोतमी अग्रवाल,मैम बाई जैन, पुष्पा, लीला जैन, ऋतु जैन आदि अनेक व्यक्तियों ने विचारों व गीतों के माध्यम से तपस्वियों का अभिनंदन किया ।
तेरापंथ महिला मंडल व तपस्वियों के पारिवारिक महिलाओं ने अभिनंदन गीतों का संगान किया साध्वी प्रमुखाश्री कनकप्रभा जी के संदेशों का वाचन उपाध्यक्ष समकुमार जैन व महिला मंडल की सहमंत्री सरोज जैन ने किया। अभिनंदन पत्र का वाचन नेमीचंद जैन ने किया ।आभार ज्ञापन सभा मंत्री जय भगवान जैन ने किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि परमानंद व अभिषेक जैन ने किया । इस अभिनंदन समारोह में आस-पास के क्षेत्रों के बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित रहे।
● मासखमण तप अभिनंदन समारोहकी कुछ झलकियाँ
श्रीमती सीमा पुरुषोत्तम जैन ने 51 दिन व श्रीमती गायत्री शुभंकर 31 दिन की तपस्या का प्रत्याख्यान किया । महातपस्वी आचार्य श्री महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री जिनेश कुमार जी ने जैन मंत्रोच्चार करते हुए तपस्वियों को तपस्या के प्रत्याख्यान कराएं।
जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, केसिंगा व ओड़िशा प्रान्तीय जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा ने तपस्वियों को साहित्य, अभिनंदन पत्र, मोमेंटो, संदेश भेंट कर अभिनंदन किया। तपस्विनी बहनों को संघ महानिर्देशिका, असाधारण साध्वी प्रमुखा श्री कनक प्रभा जी का संदेश प्राप्त हुआ जिसका समारोह में वाचन किया गया। तपस्वियों के अभिनंदन में अनेक भाई-बहनों ने तप का संकल्प ग्रहण किया।
तप अनुमोदना में उड़ीसा, छत्तीसगढ़ के अनेक क्षेत्रों के श्रद्धालु व सम्बन्धी जन अभिनंदन समारोह में पहुंचे ।
अनेक संस्थाओं व रिश्तेदारों ने तस्वियों का अभिनंदन किया । उड़ीसा में सीमा देवी जैन की 51 दिन की तपस्या प्रथम दीर्घ तपस्या के रूप मैं अभिहित किया। नवापाड़ा के विधायक राजेन्द्र ढोलकिया ने किया तपस्वियों का अभिनंदन ।
कालाहांडी ज़िला केसिंगा ब्यूरो बर्धमान जैन की रिपोर्ट Yadu News Nation