नहीं भूले अपनी संस्कृति को -मुनि प्रशांत
इस्लामपुर (वर्धमान जैन): मुनि प्रशांत कुमार जी मुनि कुमुद कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद इस्लामपुर के आयोजन में संस्कारक प्रमोद सिंघी द्वारा जैन विधि से सामूहिक जन्मोत्सव एवं वैवाहिक वर्षगांठ का कार्यक्रम आयोजित हुआ। जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुनि प्रशांत कुमारजी ने कहा- जैन विधि में जो मंत्र बोले जाते है उनमें अपार शक्ति होती है। मंत्र हमारे जीवन को मंगलकारी बनाते है। मंत्रो का जप तन्मयता, श्रद्धा आस्था के साथ किया जाए तो मंत्र हमारे जीवन को बहुत विकास की ओर ले जाते है। मंत्रो की शक्ति बहुत कुछ कर देती है। स्वयं की शक्ति, सकारात्मक चिंतन, आरोग्य सिद्धि प्राप्ति के साथ-साथ हमारा आभामण्डल ओजस्वी, तेजस्वी बनता है। हमे प्रतिदिन मंत्राराधना अवश्य करनी चाहिए। सामूहिक रूप से किया गया मंत्र का जप व्यक्ति एवं स्थान को अधिक पवित्र, शक्तिशाली बनाता है। हमें अपनी मूल संस्कृति को भूलना नहीं चाहिए। हमारे जीवन व्यावहार में शालीनता, सहजता के साथ-साथ सादगी, संयम का भाव भी रहना चाहिए। जितना जीवन सकारात्मक कार्यों में लगेगा उतना ही विकासकारी प्रवृत्ति बढ़ती जाएगी। हमे नकारात्मक चिंतन एवं कार्यों से बचना चाहिए। जिंदगी जीने की कला आनी चाहिए। जीवन को जीने के लिए गलत तरीके एवं साधन से बचना चाहिए। गलत तरीके से हासिल करना सरल हो सकता है लेकिन परिणाम स्वयं के लिए, परिवार एवं समाज के लिए घातक होता है। “तेयुप द्वारा यह कार्य सराहनीय है।”
मुनि कुमुद कुमार जी ने कहा- हमारी संस्कृति गौरवशाली रही है। संस्कार, सभ्यता,संस्कृति हमारा गौरव है। भारतीय संस्कृति जोड़ने की की है। हम अपने जीवन को मंगलमय बनाने के लिए मंगलमंत्रो का उच्चारण करें। मंगलमंत्रो की सकारात्मक ऊर्जा जीवन को सुखद बना देती है। स्वयं के जीवन के साथ परिवार के विकास एवं शुभ भविष्य के लिए मंगलकामना, मंगलभावना का सम्प्रेषण स्वयं को दे। जैन संस्कार विधि हमारी पहचान है। आडम्बर रहित एवं पापात्मक किया से विरत रहना ही जैन विधि का उद्देश्य है। हमे अपने धर्म, संस्कृति पर गौरव होना चाहिए। जीवन में संकल्प शुभ हो तो जीवन अपने आप सुखद बन जाता है।
जैन संस्कारक प्रमोद सिंघी ने विभिन्न मंत्रो का उच्चारण करते हुए जैन संस्कार विधि से सामूहिक जन्मोत्सव एवं वैवाहिक वर्षगाँठ की विधि पूर्ण की। मंगल भावना का सम्प्रेषण देते हुए संयम – त्याग की बात कही। तेरापंथ युवक परिषद मंत्री मुदित पींचा ने शुभकामना देते हुए विचारों की अभिव्यक्ति दी। सिलीगुडी से सुभाष सिंघी ने विचार व्यक्त किए।9 सदस्यों का जन्मदिन एवं चार जोड़ो का वैवाहिक वर्षगांठ जैन संस्कार विधि से मनाई गई। सभी ने मुनि श्री से संकल्प ग्रहण किए। आभार ज्ञापन मुदित जैन ने किया।